चार वर्ष से कम उम्र के किसी बच्चे को सोते वक्त लार गिरने की समस्या है तो डॉक्टर आमतौर पर इसके लिए किसी इलाज का सुझाव नहीं देते हैं। इलाज की आवश्यकता उन्हीं अवस्था में होती है जब यह गंभीर रूप ले ले। लार टपकने के गंभीर रूप से मतलब अगर होंठों से होकर लगातार लार टपकती रहे या फिर लार टपकने की इस समस्या के चलते आपको सामाजिक झेप का एहसास होने लगे। बहुत अधिक मात्रा में ड्रूलिंग के चलते फेफड़ों में लार जमा होने लगता है, जिससे निमोनिया हो सकता है।
इस बीमारी के इलाज के बारे में बात करें तो हर व्यक्ति की समस्या के हिसाब से इसका इलाज भी अलग होता है। आमतौर पर डॉक्टर समस्या का मूल्यांकन करते हैं, जिससे वह कारणों को जान सकें और उसी आधार पर आपको इलाज उपलब्ध करा सकें। सामान्यत: दवा और कुछ ओरल थेरपी से इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है। हालांकि, अधिक गंभीर मामलों में डॉक्टर सर्जरी और रेडियोथेरेपी जैसे उपचार के विकल्पों का सुझाव दे सकते हैं।
थेरेपी
लार टपकने की समस्या को कई बार थेरपी के माध्यम से सही किया जा सकता है। स्पीच एंड ऑक्यूपेशनल थेरपिस्ट आपको तकनीक बता सकते हैं, जिससे होंठों को बंद करने और कुछ भी निगलने में आ रही असुविधा को सही किया जा सकता है। मांसपेशियों को व्यवस्थित करने और लार को नियंत्रित करने में चिकित्सक आपकी मदद कर सकते हैं। आपकी स्थिति को देखते हुए डॉक्टर आपको किसी डाइटीशियन से संपर्क करने की भी सलाह दे सकते हैं, जिससे आप अपने आहार में अम्लीय खाद्य पदार्थों की मात्रा को सही कर सकें।
उपकरण के माध्यम से इलाज
कुछ विशेष उपकरणों के माध्यम से भी लार टपकने की दिक्कत को सही किया जा सकता है। आपकी स्थिति और रोग के कारणों को देखने के बाद डॉक्टर एक डेंटल डिवाइस मुंह में सेट कर सकते हैं। यह डिवाइस निगलने के दौरान होंठ बंद रखने में मदद करता है।
मुंह में डिवाइस को लगा देने के बाद यह होंठ बंद करने के साथ-साथ जीभ की स्थिति और निगलने की प्रक्रिया को भी सुधारने में मदद करता है। अगर आपको निगलने में कुछ समस्या आ रही है तो यह डिवाइस काफी कारगर साबित हो सकता है।
दवाएं
कुई दवाइयां मुंह में लार के उत्पादन को कम करने में मदद करती हैं। यह कई प्रकार की हो सकती हैं। कुछ दवाएं पैच के रूप में आती हैं, जिन्हें मुंह के अंदर लगाना होता है। यह पैच दिनभर एक नियत मात्रा में मुंह में धीरे-धीरे दवा पहुंचाता रहता है। प्रत्येक पैच की अवधि तकरीबन 72 घंटे की होती है। ऐसे ही कुछ दवाओं को इंजेक्शन और पिल के रूप में भी दिया जाता है। इन दवाओं से लार का बनना तो कम हो जाता है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप कई बार लोगों को मुंह सूखने की शिकायत रहती है। कुछ दवाओं को ड्रॉप के रूप में दिया जाता है।
ध्यान रखें, कौन सी दवा किसे और किस रूप में देनी है इसका निर्धारण डॉक्टर आपकी स्थिति को देखते हुए करते हैं। इसलिए अपने मन से या फिर इंटरनेट से देखकर कोई भी दवा न लें, इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
बोटोक्स इंजेक्शन
बोटोक्स इंजेक्शन चेहरे की मांसपेशियों को मजबूत करने और कसने के लिए दिया जाता है। इससे ड्रूलिंग की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
सर्जिकल उपचार
ड्रूलिंग के उपचार के लिए जरूरत के अनुसार कई बार डॉक्टर सर्जरी की भी सलाह दे सकते हैं। सर्जरी के माध्यम से लार नलिकाओं में आ रही दिक्कतों को ठीक करके, उन्हें फिर से जोड़ा जाता है। कई बार लार ग्रंथियों को पूरी तरह से हटाना भी पड़ जाता है।
निष्कर्ष
यदि आपको सोते वक्त मुंह से लार गिरने की समस्या आ रही है तो इसमें शर्मिंदा होने जैसा कुछ नहीं है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप सरल कदम उठा सकते हैं। यदि आप इस बारे में चिंतित हैं तो इसके परीक्षण और उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। अगर सोते वक्त अक्सर आपकी नींद टूट जाती है, कभी आराम महसूस नहीं करते हैं और लगातार सिरदर्द व नींद की अन्य समस्याएं हो रही हैं तो यह सारी दिक्कतें डॉक्टर को जरूर बताएं। लापरवाही करने पर यह छोटी-छोटी परेशानियां बड़ी बीमारी का रूप ले सकती हैं।