यूरिनरी रिटेंशन क्या है ?
जब हमारा मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हो पता तो उस स्थिति को यूरिनरी रिटेंशन कहते है। यह स्थिति तीव्र या दीर्घकालिक भी हो सकती है।
तीव्र यूरिनरी रिटेंशन - यह स्थिति अचानक पैदा होती है और इसमें दर्द और असुविधा हो सकती है। इस बिमारी में व्यक्ति मूत्र त्याग नहीं पाता। यह बिमारी जानलेवा भी हो सकती है। कुछ स्थितियों में तुरंत चिकित्सा की आवशयकता हो सकती है।
दीर्घकालिक यूरिनरी रिटेंशन - इस स्थति में व्यक्ति मूत्र का त्याग तो कर पाता है। पर उसका मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं हो पाता। कभी-कभी लोगों को यह पता ही नहीं चलता की उन्हें यह बिमारी है। जब तक की उन्हें मूत्र पथ में संक्रमण ना हो जाए।
यूरिनरी रिटेंशन का प्रभाव किसी पर भी पड़ सकता है।
हालांकि, पचास और साठ साल के पुरुष अधिक संवेदनात्मक होते हैं क्योंकि उनका पौरुष ग्रंथि में वृद्धि आ जाती है।
अगर महिलाओं को सिस्टोसिल नामक बीमारी है तो वह भी इस बिमारी से ग्रस्त हो सकती हैं। जिसमें मूत्राशय लटकने लगता है। और अपने स्थान से बहार आ जाता है।