क्रुप रोग क्या है?
क्रुप रोग या कंठ रोग बच्चों में होने वाली एक आम श्वसन की समस्या है। यह समस्या बच्चों को पतझड़ और सर्दी के मौसम में होती है। क्रुप रोग कंठ और श्वास नली तथा फेफड़ों की ओर जाने वाली सांस नलियों में सूजन और सिकुड़ने का कारण बनता है। इससे आपके बच्चे को सांस लेने में मुश्किल हो सकती है। क्रुप रोग का अटैक डरावना हो सकता है, लेकिन यह शायद ही कभी गंभीर होता है। बच्चों को घर पर देखभाल और आराम करने से कुछ दिनों में बेहतर महसूस होने लगता है।
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क्रुप रोग के लक्षण क्या हैं?
क्रुप रोग के लक्षणों में भौंकने जैसी आवाज वाली खांसी, खराशयुक्त आवाज, सांस लेने में कठिनाई, सांस लेने पर घरघराहट की आवाज इत्यादि शामिल हो सकते हैं। आपके बच्चे को आमतौर पर सर्दी जैसे लक्षणों के साथ यह रोग शुरू होता है, जैसे ठंड, नाक बहना और खांसी आदी। क्रुप रोग के लक्षण आमतौर पर संक्रमण होने के कुछ दिनों के बाद पैदा होते हैं और रात में अक्सर अधिक खराब हो जाते हैं।
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क्रुप रोग क्यों होता है?
अक्सर, क्रुप रोग एक संक्रमण के कारण होता है। क्रुप रोग के दो प्रकार हैं - वायरल संक्रमण और स्पास्मोडिक। वायरल क्रुप किसी भी वायरस के कारण हो सकता है जो कंठ और श्वास नली (ट्रैकिया) को संक्रमित करता है। अक्सर क्रुप का कारण बनने वाला वायरस पराइंफ्लुएंजा कहलाता है।
स्पास्मोडिक क्रुप अचानक और अक्सर रात के मध्य में होता है। आपका बच्चा हवा के लिए हांफते हुए नींद से जाग सकता है। डॉक्टरों का मानना है कि यह एलर्जी या पेट में रिफ्लक्स के कारण हो सकता है। ऐसा तब होता है जब आपके बच्चे के पेट से भोजन सामग्री उसके ग्रासनली में वापस आ जाती है।
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क्रुप रोग का इलाज कैसे होता है?
क्रुप रोग वाले बच्चों के माता-पिता द्वारा बताए गए लक्षणों और शारीरिक जांच के आधार पर अक्सर इसका निदान किया जाता है। कभी-कभी, डॉक्टर क्रुप की पहचान करने के लिए फोन पर भी बच्चे की खांसी सुन सकता है। कुछ मामलों में, एक्स-रे या अन्य परीक्षणों की आवश्यकता हो सकती है।
क्रुप रोग वायरस के कारण होता है, इसलिए एंटीबायोटिक्स इलाज में कोई मदद नहीं करते हैं। अगर आपके बच्चे को क्रुप रोग का बहुत मामूली असर है, तो आप इसे बिना दवा के घर पर प्रबंधित कर सकते हैं। मध्यम से गंभीर क्रुप रोग होने पर, डॉक्टर स्टेरॉयड दवा लिख सकते हैं।
दवा से बच्चे के श्वास नली में सूजन कम हो जाती है और उसे आसानी से सांस लेने में मदद मिलती है। ये खांसी सही नहीं करती हैं, लेकिन स्ट्रिडोर (बच्चे के सांस लेने से निकलने वाला कर्कश शोर) को कम कर देती हैं, जो बीमारी का सबसे गंभीर पहलू है। स्टेरॉयड लगभग 48 घंटे तक काम करते हैं। सबसे गंभीर मामलों में, आपके बच्चे को नेबुलाइज्ड एड्रेनलाईन भी दिया जा सकता है।
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