कन्वर्शन डिसऑर्डर, एक ऐसा विकार है जिसमें मानसिक या भावनात्मक परेशानियों के कारण व्यक्ति को शारीरिक समस्याओं का अनुभव होता है। यहां रोचक यह है कि भले ही आपको स्वास्थ्य समस्याओं के शारीरिक लक्षणों का अनुभव होता हो, लेकिन इसमें कोई भी अंतनिर्हित बीमारी या चोट स्पष्ट नहीं होता है। दूसरे शब्दों में इसे ऐसे समझा जा सकता है- कन्वर्शन डिसऑर्डर में व्यक्ति में तंत्रिका तंत्र संबंधी लक्षण (न्यूरोलॉजिकल) नजर आ सकते हैं, लेकिन इसके पीछे की कोई भी न्यूरोलॉजिकल बीमारी या अन्य चिकित्सा स्थिति स्प्ष्ट नहीं होती है। हालांकि, इसके लक्षण वास्तविक होते हैं जो कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप बाइक से बुरी तरह से गिरते हैं, इसके बाद अनुभव होता है कि जैसे आप हाथों को उठा नहीं पा रहे हैं। जबकि न तो हाथ में कोई चोट लगी है न ही शरीर के किसी अन्य हिस्से में।
कन्वर्शन डिसऑर्डर क्यों होता है, अभी इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि भावनात्मक तनावों से निपटने के लिए मस्तिष्क जिस प्रकार के प्रयास करता है, उसके कारण यह समस्या हो सकती है। कई प्रकार की थेरपी इस विकार के लक्षणों को कम करने में सहायक होती हैं। कन्वर्शन डिसऑर्डर में व्यक्ति अपनी शारीरिक प्रतिक्रिया को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं होता है। विशेषज्ञों ने इसे फंक्शनल न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर के व्यापक श्रेणी में शामिल किया है।
इस लेख में हम कन्वर्शन डिसऑर्डर के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।