ठंड लगना क्या है?
अगर आप गीले, तेज हवा या ठंडे मौसम में घर से बाहर रहते हैं तो आपको ठंड लगने की परेशानी हो सकती है। कोल्ड एक्सपोजर या ठंड लगना कोई बीमारी नहीं है बल्कि एक लक्षण है जो किसी अन्य बीमारी की वजह से भी हो सकता है। यदि आप किसी ऐसे घर में समय बिताते हैं जो ठंड के मौसम में गर्म नहीं रहता है तो बहुत कम तापमान होने पर आपको ठंड लगने की परेशानी हो सकती है।
बहुत ठंडी हवा या पानी आपको बीमार कर सकता है। जलवायु परिस्थितियों, आपने कैसे कपड़े पहने हुए हैं, आपको अन्य बीमारी कौनसी हैं और आप ठंडे मौसम में कितने समय से बाहर हैं, इन विभिन्न बातों पर निर्भर करता है कि ठंड लगने से आप पर क्या प्रभाव हो सकते हैं।
ठंड लगने से क्या होता हैं?
यदि आपको किसी भी कारण से ठंड लग जाती हैं तो इससे आपको निम्नलिखित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है:
- फ्रॉस्टिनिप
"फ्रॉस्टिनिप" फ्रॉस्टबाइट का ही पहला चरण है। यह आम तौर पर आपके चेहरे, कान या उंगलियों की त्वचा को प्रभावित करती है। फ्रॉस्टिनिप से कुछ समय के लिए त्वचा सुन्न हो सकती है या त्वचा का रंग नीला-सफेद पड़ सकता है, लेकिन जब आप गर्म हो जाते हैं तो फिर से सामान्य हो जाते है। ऊतक को कोई स्थायी क्षति नहीं होती है।
- कोल्ड इंजरी
आपको कोल्ड इंजरी हो सकती हैं जैसे - ट्रेंच फुट या चिलब्लेंस (पैर की तंत्रिका और रक्त वाहिका नष्ट होना), गर्म होने के बाद त्वचा फ्रोस्टबाइट जैसी पीली और फफोलेदार बन सकती है। ये चोटें ठंड में बहुत अधिक समय व्यतीत करने से आती हैं।
- आंखों में दर्द
ठंड के संपर्क में रहने से आंखों में दर्द या दृष्टि में बदलाव अक्सर उन व्यक्तियों में होते हैं जो अपनी आंखों को तेज हवाओं, ठंडे मौसम या स्नो मोबाइलिंग या क्रॉस-कंट्री स्कीइंग जैसी गतिविधियों के दौरान खोलने की कोशिश करते हैं।
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- हाइपोथर्मिया
शरीर का तापमान असामान्य रूप से कम होना हाइपोथर्मिया कहलाता है। जब शरीर गर्म होने की गति से अधिक तेज गति से ठंडा होने लगता है, तो यह स्थिति पैदा होती है। हालांकि, शरीर का तापमान कम होने के कोई अन्य कारण भी हो सकते हैं।
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ठंड लगने पर क्या करें?
अगर आपके पास तुरंत इलाज करवाने की सुविधा उपलब्ध नहीं है तो आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
- जिस व्यक्ति को ठंड लगी हो उसके शरीर से सभी गीले कपड़े, टोपी, दस्ताने, जूते और मोजे निकाल दें।
- ऐसे व्यक्ति को हवा से दूर रखें और शरीर में गर्मी बनी रहें इसके लिए सूखे गर्म कपड़े और कंबल का उपयोग करें।
- जितनी जल्दी हो सके प्रभावित व्यक्ति को गर्म, शुष्क जगह पर ले जाएं।
- अतिरिक्त कपड़ों से व्यक्ति को फिर से गर्म करना शुरू करें। गर्म कंबल का प्रयोग करें। वार्मिंग के लिए अन्य सहायक वस्तुएं उपयोग करें। यदि कुछ भी उपलब्ध नहीं है तो अपने शरीर की गर्मी का प्रयोग करें।
- थर्मामीटर उपलब्ध होने पर व्यक्ति के शरीर का तापमान लें।
- यदि उपलब्ध हो तो गर्म तरल पदार्थ पिलाएं, लेकिन अल्कोहल और कैफीन न दें। यदि व्यक्ति बेहोश है तो उस व्यक्ति को तरल पदार्थ देने की कोशिश न करें।
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जितनी जल्दी हो सके, मेडिकल सहायता प्राप्त करने की कोशिश करें।