फिलहाल, क्रोनिक फटीग सिंड्रोम का कोई निश्चित इलाज नहीं है. बस इसके लक्षणों से राहत दिलाने के लिए डॉक्टर कुछ उपाय कर सकते हैं, जो निम्न प्रकार से हैं -
दवाइयां
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम की वजह को जानकर डॉक्टर उस स्वास्थ्य स्थिति से जुड़ी दवाइयों के द्वारा परेशानी को कम करने की कोशिश कर सकते हैं.अगर समस्या तनाव व अवसाद के कारण है या किसी अन्य स्वास्थ्य के कारण है, तो इससे जुड़ी दवाइयां दी जा सकती हैं. वहीं, अगर हाथ-पैर या मांसपेशियों में दर्द की शिकायत है, तो उस दर्द को कम करने के लिए भी डॉक्टर दवाइयां दे सकते हैं. इसके अलावा, सोने में कठिनाई हो रही हो, तो उसके लिए भी डॉक्टर दवा दे सकते हैं.
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थकान जैसी समस्या के लिए आप Sprowt Vitamin-B12 का सेवन कर सकते हैं -
थेरेपी
कुछ मामलों में डॉक्टर काउंसलिंग या थेरेपी का सुझाव दे सकते हैं. इस दौरान डॉक्टर अवसाद या तनाव से जुड़ी समस्याओं के लिए थेरेपी सेशन दे सकते हैं. बेहतर नींद के लिए कुछ सुझाव दे सकते हैं, जैसे - कमरे को साफ रखना, सोने से पहले चाय-कॉफी का सेवन न करना, सोने से पहले मोबाइल न देखना आदि.
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जीवनशैली में बदलाव
डॉक्टर जीवनशैली में बदलाव करने को कह सकते हैं, जैसे - स्वस्थ डाइट, सही वक्त पर सोना व उठना. ध्यान यानी मेडिटेशन करना, व्यायाम करना, दोस्तों से मिलना, जंक या फास्ट फूड के सेवन से बचना आदि.
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