किसी बच्चे के साथ किया गया भावनात्मक, शारीरिक अथवा यौन शोषण या उपेक्षा को बाल दुर्व्यवहार या बाल शोषण कहा जाता है। आमतौर पर 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के साथ किया गया शोषण, बाल शोषण के अंतर्गत आता है। अब तक के अध्ययनों के अनुसार इस तरह का दुर्व्यवहार, उन वयस्कों द्वारा किया जाता है जो बच्चों की देखरेख में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं या फिर उनके परिवार के सदस्य होते हैं। कई मामलों में माता-पिता द्वारा भी बच्चों के शोषण के मामले सामने आए हैं।
अमेरिका स्थिति रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में हर सात में से एक बच्चा दुर्व्यवहार का शिकार होता है। हालांकि, यह संख्या और अधिक भी हो सकती है क्योंकि ऐसे ज्यादातर मामलों को रिपोर्ट नहीं किया जाता है। वहीं एक अध्ययन में यूनिसेफ ने बताया कि भारत में 6 साल तक के बच्चों पर माता-पिता द्वारा करीब 30 प्रकार के शोषण किए जाते हैं। यहां चूंकि शोषण के प्रकार का जिक्र किया गया है ऐसे में अब यह जान लेना आवश्यक है कि बाल शोषण कितने प्रकार का होता है।
इस लेख में हम बाल शोषण के लक्षण, कारण और इससे जुड़ी जानकारियां प्राप्त करेंगे।