चगास रोग क्या है?
चगास रोग एक संक्रमण है जो प्रोटोजोन पैरासाइट (Protozoan parasite) के कारण होता है। यह पैरासाइट एक ट्रायटोमिन (Triatomine bug) नामक कीड़े में मौजूद होता है। यह कीड़ा अक्सर व्यक्ति के चेहरे पर काटता है और इस वजह से इसे "किसिंग बग" भी कहा जाता है। (और पढ़ें - बैक्टीरियल संक्रमण का इलाज)
चगास रोग के लक्षण क्या हैं?
चगास रोग के लक्षणों को दो चरणों में बांटा गया है - तीव्र (कम समय तक रहने वाले) और मध्यम (लंबे समय तक रहने वाले)। तीव्र चरण में लक्षण आमतौर पर कम गंभीर होते हैं जैसे बुखार, चक्कर, मतली, दस्त, भूख न लगना आदि और अगर यह रोग काफी गंभीर हो जाता है तो दूसरे चरण में हार्ट फेल, रक्त का थक्का जमना, कार्डियक अरेस्ट आदि लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
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चगास रोग क्यों होता है?
चगास रोग से बचने के लिए कभी भी मिट्टी वाली जगह पर न सोएं, क्योंकि इन क्षेत्रों पर यह कीड़े सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। घर हो या मिट्टी वाला क्षेत्र हो, सोने से पहले अपने बिस्तर के आसपास मच्छर दानी लगा लें। इसके अलावा घर में या अपने बिस्तर के आसपास कीड़े मारने वाली दवाई का भी उपयोग कर सकते हैं। इस रोग का निदान करने के लिए सबसे पहले डॉक्टर आपसे लक्षण और अन्य कारकों के बारें में पूछेंगे। अगर डॉक्टर को बताए गए लक्षण और कारक चगास रोग से संबंधित लगते हैं तब आगे वो आपको ब्लड टेस्ट के लिए भी बोल सकते हैं। टेस्ट में चगास रोग पता चलने पर आपके अन्य टेस्ट भी हो सकते हैं। अन्य टेस्ट करने से बीमारी की गंभीरता पता लग जाएगी।
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चगास रोग का इलाज क्या है?
चगास रोग के इलाज में सबसे पहले व्यक्ति के शरीर में मौजूद पैरासाइट को खत्म किया जाता है और लक्षण व अन्य कारकों को नियंत्रित किया जाता है। चगास रोग जब काफी गंभीर हो जाता है, तो दवाइयां बीमारी का इलाज नहीं कर सकती, लेकिन 50 से कम उम्र के लोगों को दवाइयां दी जा सकती हैं, क्योंकि दवाओं से बीमारी के लक्षण कम बढ़ते हैं और गंभीर जटिलताएं होने की संभावना घट जाती है।
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