कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस क्या है?
कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस आपके कैवर्नस साइनस में रक्त का थक्का जमने की एक बहुत ही दुर्लभ लेकिन गंभीर स्थिति है। कैवर्नस साइनस आपके मस्तिष्क के निचले हिस्से और आपकी आंखों के सॉकेट के पीछे खाली जगह होती है। वे प्रमुख नसों को आपके दिमाग और चेहरे से रक्त निकालने की अनुमति देते हैं।
खून का थक्का आमतौर पर तब होता है जब आपके चेहरे या सिर में शुरू होने वाला संक्रमण आपके कैवर्नस साइनस में पहुंच जाता है। ऐसी स्थिति में आपका शरीर रक्त के थक्के बनाता है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। लेकिन, ये थक्का आपके मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को बाधित कर सकता है, जिससे आपके मस्तिष्क, आंखों या नसों को नुकसान पहुंच सकता है।
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कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस के लक्षण क्या हैं?
कैवर्नस साइनस थ्रोम्बिसिस के शुरुआती लक्षण क्रमशः गंभीर सिरदर्द या चेहरे का दर्द होते हैं, आमतौर पर यह दर्द एक तरफा और आंखों और माथे के बीच होता है। इस परेशानी में तेज बुखार होना आम बात है।
कैवर्नस साइनस थ्रोम्बिसिस वाले मरीजों में एनीसोकोरिया या मायड्रायसिस (तीसरा क्रैनियल तंत्रिका रोग), पेपिल्डेमा और दृष्टि हानि भी हो सकती है।
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कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस क्यों होता है?
कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस आमतौर पर बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होता है जो चेहरे या खोपड़ी के दूसरे क्षेत्र से कैवर्नस साइनस में फैलता है। कई मामलों में यह स्टैफिलोकोकल (स्टैफ) बैक्टीरिया के संक्रमण का परिणाम होता है। स्टैफिलोकोकल बैक्टीरिया का संक्रमण निम्नलिखित परेशानियों का कारण बन सकता है:
- साइनसाइटिस
गाल की हड्डियों और माथे के पीछे छोटी गुहा रुपी सरंचनाओं में संक्रमण होना। (और पढ़ें - साइनोसाइटिस का घरेलू उपाय)
- बॉईल (फुंसी)
लाल, दर्दनाक गांठ जो संक्रमित बालों की रोम की जगह पर विकसित होती है।
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ज्यादातर लोगों में कैवर्नस साइनस थ्रोम्बिसिस विकसित होने से पहले उपरोक्त स्थितियों में से कोई एक होती है। हालांकि, फुंसी और साइनसाइटिस होना बहुत आम हैं और वे कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस का कारण बने ऐसा बहुत कम होता है।
कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस का इलाज कैसे होता है?
डॉक्टर कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस का इलाज अधिक खुराक में एंटीबायोटिक दवाओं से करते हैं। ये आमतौर पर एक आइवी (IV) ड्रिप की मदद से दिया जाता है। सूजन को कम करने के लिए कोर्टिकोस्टेरॉयड दवाओं का भी उपयोग किया जा सकता है। कभी-कभी रक्त पतला करने वाली दवाएं भी दी जा सकती हैं। शुरुआती संक्रमण को निकालने के लिए सर्जरी की भी आवश्यकता हो सकती है।
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