पैरों से बदबू आने की स्थिति को मेडिकल शब्दों में “ब्रोमोडोसिस” कहा जाता है। ज्यादातर लोग पैरों से बदबू आने को एक आम समस्या मानते हैं और इसलिए इस स्थिति का इलाज नहीं करवाते। लोग यही मानते हैं कि बदबू जूतों के अंदर ही रहती है और किसी को उनकी बदबू के बारे में पता नहीं लग पाता है।
पैरों में बदबू होना अधिक पसीना आने के कारण होने वाली एक आम समस्या है। ब्रोमोडोसिस किसी को भी हो सकती है, जिनमें पुरुष, महिलाएं, एथलीट, वयस्क व बूढ़े लोग और यहां तक बच्चे भी शामिल हैं। पैरों से अत्यधिक बदबू आना ही इस समस्या का सबसे मुख्य लक्षण होता है।
इस स्थिति का आमतौर पर अपने आप पता लग जाता है और इसका परीक्षण करने के लिए किसी विशेष प्रकार के टेस्ट की आवश्यकता नहीं पड़ती है। कुछ सामान्य बातों का ध्यान रख कर पैरों में बदबू पैदा होने की रोकथाम की जा सकती है, जैसे पैरों की अच्छे से सफाई रखना, पैरों की उंगलियों के नाखून समय पर काटना और नियमित रूप से जुराबों को बदलना आदि। पैरों में मौजूद बैक्टीरिया की संख्या में कमी करके ब्रोमोडोसिस की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है, जैसे रोजाना पैरों को धोना और समय-समय पर अपने जूतों को बदलते रहना। यदि पैरों में बदबू होने का कारण संक्रमण है, तो यह एक दर्दनाक स्थिति बन सकती है और इसका इलाज करने के लिए आपको एंटीबायोटिक या एंटीफंगल दवाओं की आवश्यकता पड़ सकती है।