ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी क्या है?
ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी एक ऐसी चोट है जिसमें रीढ़ की हड्डी से कन्धों, बाजुओं और हाथ तक संकेत पहुंचाने वाली नसों को नुकसान पहुंचता है। इन नसों के समूह को ब्रेकियल प्लेक्सस कहा जाता है। ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी तब होती है जब ये नसें खिंच या दब जाती हैं। कुछ गंभीर मामलों में ये नसें रीढ़ की हड्डी से अलग भी हो जाती हैं। खेलते समय ब्रेकियल प्लेक्सस को नुकसान होना आम है और कुछ मामलों में बच्चे के जन्म के समय भी उसे ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी हो सकती है। ब्रेकियल प्लेक्सस को गंभीर रूप से नुकसान ज्यादातर एक्सीडेंट के कारण होता है और इस वजह से व्यक्ति को पैरालिसिस भी हो सकता है।
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ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी के लक्षण क्या हैं?
ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी के कारण होने वाले लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कौनसी नसों को नुकसान पहुंचा है। इसके कारण मांसपेशियों की कमजोरी, पैरालिसिस, कंधों व हाथों में महसूस करने की क्षमता कम होना और दर्द होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी क्यों होती है?
ब्रेकियल प्लेक्सस में मौजूद नसों के खिंचने, दबाव बनने या कटने के कारण नुकसान हो सकता है। इन नसों पर खिंचाव तब बनता है जब गर्दन और सिर कंधे से दूर खिंच जाते हैं। कभी-कभी इस खिंचाव के कारण नसें रीढ़ की हड्डी से अलग भी हो जाती हैं, जो एक बहुत गंभीर समस्या होती है। जब ये नसें कॉलरबोन और पहली पसली के बीच में दब जाती हैं, तब ब्रेकियल प्लेक्सस पर दबाव भी बन सकता है। ऐसा किसी हड्डी टूटने या हड्डी का अपनी जगह से खिसक जाने के कारण होता है। इसके अलावा बहुत ज्यादा खून बहने या चोट लगने के कारण ब्रेकियल प्लेक्सस के क्षेत्र में सूजन हो सकती है, जिसके कारण नसों को नुकसान होता है।
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ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी का इलाज कैसे होता है?
ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी का इलाज चोट की गंभीरता, उसके प्रकार और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। अगर नसों में केवल खिंचाव आया है, तो ये समस्या बिना किसी इलाज के ठीक हो जाती है। आपके डॉक्टर आपको फिजिकल थेरेपी की सलाह दे सकते हैं ताकि आपके जोड़ और मांसपेशियां सही से काम करते रहें। इसके अलावा कुछ गंभीर मामलों में डॉक्टर ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी के लिए सर्जरी भी कर सकते हैं। ये सर्जरी चोट लगने के 6-7 महीनों के अंदर ही की जानी चाहिए, नहीं तो इस सर्जरी का सफल होना मुश्किल होता है। सर्जरी के बाद व्यक्ति को ठीक होने में समय लगता है, इसके लिए डॉक्टर आपको सही एक्सरसाइज बताएंगे ताकि आपके जोड़ सही रहें। इसके अलावा हाथ को अंदर की तरफ मुड़ने से बचाने के लिए आपको स्पलिंट की आवश्यकता पड़ सकती है।
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