आंसू नली में रूकावट होना क्या है?
आंसुओं की आवश्यकता केवल रोने के लिए ही नहीं, बहुत से अन्य कार्यों के लिए भी होती है। आंसू आपकी आंखों की सतह पर रहते हैं, जो आंखों को नम और साफ बनाए रखते हैं। इसके बाद ये आंसू एक छोटी सी ट्यूब से होते हुए आंख से बाहर आ जाते हैं। कभी-कभी ये ट्यूब संकुचित या बंद हो जाती है, जिसके कारण आंसू आंख से बाहर नहीं निकल पाते हैं। ऐसा होने से आंख में मौजूद अतिरिक्त तरल आपकी आंखों से बार-बार पानी आने की समस्या पैदा कर सकता है।
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आंसू नली में रूकावट के लक्षण क्या हैं?
आंसू की नली में रुकावट होने के कई लक्षण हो सकते हैं, जैसे आंख से बहुत ज्यादा पानी आना, धुंधला दिखना, आंख लाल होना, आंख से पस निकलना, आंख में बार-बार इन्फेक्शन होना, पलकों पर पपड़ी जमना, आंख में बार-बार सूजन होना और आंख के अंदरूनी कोने में दर्दनाक सूजन होना।
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आंसू नली में रूकावट क्यों होती है?
जब बच्चा गर्भ में होता है, तो उसके शरीर के अंदर एक पतली झिल्ली होती, जिसे नैसोलैक्रिमल डक्ट कहा जाता है। यदि जन्म के समय यह झिल्ली न खुले तो ऐसे में बच्चे की अश्रु नलिकाएं (आंसू की नलिकाएं) बंद हो जाती है। नाक का दीर्घकालिक संक्रमण भी अश्रु नलिकाएं बंद होने का कारण होता हैं, जिन लोगों को लंबे चलने वाले नाक के संक्रमण होते हैं, जैसे साइनस, उनकी आंसू नली के बंद होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा चेहरे व खोपड़ी का विकास सही से न होना, उम्र से संबंधित समस्याएं, नाक की चोट, नाक का मांस बढ़ना और कंजंक्टिवाइटिस के कारण भी आंसू की नली बंद हो सकती है। कभी-कभी आंख में ट्यूमर हो जाता है, जो आंसू नली को दबाने लगता है। इसके कारण ये नली बंद हो जाती है और आंसू आंख से बाहर नहीं निकल पाते।
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आंसू नली में रूकावट का इलाज कैसे होता है?
आंसू की नली में रुकावट का इलाज उसके कारण पर निर्भर करता है। आपको इसे ठीक करने के लिए एक से ज्यादा तरीकों की आवश्यकता हो सकती है। अगर ट्यूमर के कारण आंसू नली में रुकावट हो रही है, तो इलाज ट्यूमर को ठीक करने पर केंद्रित होगा। ट्यूमर को निकालने के लिए सर्जरी की जा सकती है या ट्यूमर को छोटा करने के लिए अन्य तरीकों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। अगर आपके डॉक्टर को इन्फेक्शन का संदेह है, तो आपको एंटीबायोटिक दवाएं या ड्रॉप्स दी जा सकती हैं। जिन बच्चों की आंसू नली में रुकावट होती है, उन्हें ज्यादातर इलाज की आवश्यकता नहीं होती। जन्म से 1-2 महीनों के बाद अधिकतर बच्चों की आंसू नली अपने आप खुल जाती है। हालांकि, ऐसे में आप चाहें तो बच्चे की आंख की हल्की मसाज भी कर सकते हैं। इसके अलावा भी आंसू की नली में रुकावट के लिए कई उपाय उपलब्ध हैं जिनके बारे में आपके डॉक्टर आपको विस्तार से बता सकते हैं।
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