अंधापन दृष्टि की हानि से जुड़ी ऐसी दिक्क्त है, जिसको सामान्य चश्में, कॉन्टेक्ट लेंस, दवाओं और सर्जरी से भी ठीक नहीं किया जा सकता। यह स्थिति किसी व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन को कुप्रभावित करती है। इस अवस्था में व्यक्ति कुछ भी नहीं देख पाता, यहां तक की उसे उजाला तक भी नजर नहीं आता।
यदि आपमें कुछ रूप से अंधापन है तो आपकी दृष्टि सीमित मात्रा में होती है, उदाहरण के लिए अलग-अलग आकार के ऑबजेक्ट के आकार में अंतर स्पष्ट करने में असमर्थता। पूर्ण अंधापन का मतलब है कि आप कुछ भी देख नहीं पाएंगे और आपको सिर्फ अंधेरा महसूस होगा। अगर बात लीगल ब्लाइंडनेस (Legal blindness - यह एक अमेरिकन शब्द है, जिसका आशय मरीज की दृष्टी जांचने के पैमाने से है) की करें तो इसके मरीज को दृष्टि के साथ काफी समझौता करना पड़ता है। स्वस्थ आंखों वाला एक व्यक्ति 200 फीट की दूरी तक देख सकता है जबकि लीगल अंधापन से ग्रस्त व्यक्ति सिर्फ 20 फीट की दूरी तक ही देख पाता है।
दीर्घकालिक अंधेपन के कारणों में मोतियाबिंद, अपवर्तक त्रुटियां (Refractive errors), ग्लूकोमा, कॉर्नियल ओपेसिटी, उम्र से जुड़े मैक्यूलर डीजनरेशन, बचपन से अंधापन और डायबिटिक रेटिनोपैथी आदि शामिल हैं। अंधेपन की जांच दृश्य तीक्ष्णता परीक्षण (Visual acuity examination) द्वारा की जाती है। अंधेपन का इलाज इसके कारण के आधार पर किया जाता है, इसका उपचार मेडिकल या सर्जिकल रूप से किया जा सकता है।
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