बार्थ सिंड्रोम मेटाबोलिक (चयापचय) और न्यूरोमस्कुलर (तंत्रिकापेशीय से जुड़ा) डिसऑर्डर है, जो विशेष रूप से पुरुषों में होता है। इसमें मुख्य रूप से हृदय, प्रतिरक्षा प्रणाली, मांसपेशियों और विकास से संबंधित समस्याएं होती हैं। आमतौर पर इसकी पहचान बचपन या बचपन की शुरुआत में हो जाती है, लेकिन इसके लक्षण दिखने की उम्र में अंतर हो सकता है।
बार्थ सिंड्रोम में होता क्या है?
बार्थ सिंड्रोम से ग्रस्त किसी नवजात लड़के में अक्सर जन्मजात या पैदा होने के पहले ही माह में डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी की समस्या हो सकती है। जैसे-जैसे समय बढ़ता है वैसे वैसे हृदय की मांसपेशियां में कमजोरी आने लगती है और इनमें खून को पंप करने की क्षमता में कमी आ जाती है। इसके अलावा हृदय की मांसपेशी के कुछ हिस्सों में मसल्स फाइबर की जगह इलास्टिक फाइबर हो सकते हैं, जो कार्डियोमायोपैथी का कारण बनता है।
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