बबेसिओसिस रोग क्या है?
बेबेसिआ एक छोटा-सा परजीवी है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करता है। इस परजीवी से होने वाले संक्रमण को बबेसिओसिस रोग कहा जाता है। आमतौर पर यह टिक के काटने से फैलता है। बबेसिओसिस रोग अक्सर लाइम रोग के साथ प्रभावित करता है। जब संक्रमित डियर टिक काटते हैं तो यह खून में प्रवेश कर जाते हैं।
बबेसिओसिस रोग के लक्षण
बबेसिओसिस रोग द्वारा प्रभावित होने के एक से आठ सप्ताह के बाद से इस बीमारी के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं, हालांकि कई मामलों में लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
इस संक्रमण की वजह से हेमोलिटिक एनीमिया की चपेट में आ सकते हैं, जिसमें शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं जितनी तेजी से बनती हैं उससे ज्यादा तेजी से खत्म होने लगती हैं। इसके लक्षणों में शामिल हैं:
- उलझन
- गहरे रंग का पेशाब
- चक्कर आना
- अनियमित दिल की धड़कन
- दिल की धड़कन तेज होना
- प्लीहा और लिवर की सूजन
- रूखी त्वचा
- दुर्बलता
- त्वचा, आंखें और मुंह का पीला पड़ना (पीलिया)
बबेसिओसिस रोग का कारण
यह एक छोटे परजीवी के कारण होने वाला संक्रमण है, जिसका नाम बेबेसिआ है। यह लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है। बेबेसिआ को न्यूटालिया के नाम से भी जाना जाता है। यह परजीवी संक्रमित व्यक्ति या जानवर की लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर बढ़ते और प्रजनन करते हैं। लाल रक्त कोशिकाओं के प्रभावित होने पर अक्सर यह कोशिकाएं टूट जाती हैं, जिसके कारण तेज दर्द होता है। मनुष्यों को संक्रमित करने के साथ यह पशुओं को भी संक्रमित करते हैं जैसे:
- घोड़ा
- भेड़
- सूअर
- बकरी
- कुत्ता
बबेसिओसिस रोग का इलाज व बचाव
यदि किसी व्यक्ति में लक्षण नहीं दिखाई देते हैं, तो उसे इलाज की आवश्यकता नहीं है। जिन लोगों में लक्षण दिखाई देते हैं उन्हें डॉक्टर एटोवाक्वोन (संक्रमण की दवा) नामक दवा लेने की सलाह दे सकते हैं। यह दवा एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन के साथ मिलकर सूक्ष्मजीवों को मारने में मदद करती है। इसके अलावा डॉक्टर एंटीबायोटिक क्लिंडामाइसिन के साथ कुनैन (मलेरिया और बबेसिओसिस रोग की इलाज की दवा) लेने की भी सलाह दे सकते हैं।
इस संक्रमण को रोकने के कुछ तरीके निम्नलिखित हैं:
- अधिक घास वाली जगह से और पत्तियों के ढेर जैसी जगहों से दूर रहें क्योंकि इन जगहों पर टिक के होने की संभावना ज्यादा रहती है।
- टिक संभावित क्षेत्र में हमेशा ऐसे कपड़े (जैसे पैंट को मोजे के अंदर कर लेना) पहनें जो शरीर को ढक कर रख सकें।
- हल्के रंग के कपड़े पहनें, ताकि टिक्स को आसानी से पहचान कर उन्हें तुरंत हटाया जा सके।
- टिक संभावित क्षेत्र से घर के अंदर जाने से पहले अपने कपड़ों या पालतू जानवर को जांच लें, कही टिक न लगे हों।
- यदि कपड़ों या शरीर पर टिक मिलते हैं तो किसी नुकीली चिमटी के जरिए इसे निकालने की कोशिश करें।
जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है उनके लिए जोखिम अधिक रहता है, ऐसे लोगों में बबेसिओसिस रोग जानलेवा हो सकता है। बड़े वयस्क, विशेष रूप से ऐसे लोग जो अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित हैं, उनके लिए भी यह खतरनाक हो सकता है। इसलिए लक्षणों को देखने के बाद तुरंत डॉक्टर के पास जाकर चेकअप कराएं।