एंजायटी अटैक के सटीक कारणों के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है, लेकिन यह जरूर है कि एंजायटी अटैक आने में कई कारक भूमिका निभाते हैं. एंजायटी अटैक एंजायटी डिसऑर्डर, होने वाले खतरे या अन्य स्थितियों से शुरू हो सकता है. आइए, विस्तार से एंजायटी अटैक के कारणों के बारे में जानते हैं -
एंजायटी डिसऑर्डर
कुछ एंजायटी डिसऑर्डर एंजायटी अटैक के कारण बन सकते हैं. इन सब लक्षणों का अलग सेट होता है. इन कन्डिशन के अलग-अलग कारण हो सकते हैं या ये कुछ खास परिस्थितियों से ट्रिगर हो सकते हैं. इनके बारे में नीचे बताया गया है -
- जनरलाइज्ड एंजायटी डिसऑर्डर - यह स्थिति बिना किसी खास कारण के गैर यथार्थवादी और ज्यादा चिंता करने से हो सकती है.
- ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर - इस स्थिति में इन्ट्रूसिव ऑब्सेशन यानी जबरन का जुनून और कुछ मजबूरियां शामिल होती हैं , जिन्हें कंट्रोल करना मुश्किल रहता है और इससे डिस्ट्रेस पैदा होता है.
- पैनिक डिसऑर्डर - बिना किसी चेतावनी के आने वाले पैनिक अटैक से यह स्थिति पैदा होती है.
सोशल एंजायटी डिसऑर्डर
जरूरत से ज्यादा सेल्फ कॉन्शस होना और सामाजिक स्थितियों का डर इस डिसऑर्डर का कारण बनता है.
(और पढ़ें - अवसाद का होम्योपैथिक इलाज)
स्पेसिफिक फोबिया
इस तरह का फोबिया किसी खास चीज या स्थिति के प्रति तेज और बहुत ज्यादा डर से पैदा होता है.
अनजाना डर
एंजायटी किसी अनजाने डर की वजह से भी हो सकती है, जैसे - सड़क पर अकेले चलते हुए अजीब-सा महसूस होना. इस तरह का एंजायटी अटैक उस आशंका से जुड़ा है कि आगे खतरा हो सकता है.
यह एंजायटी किसी जाने हुए या खास डर का रिजल्ट नहीं है, बल्कि दिमाग से उपजा आशंकित खतरा है, जो उस खास स्थिति का रिजल्ट है. ये लक्षण नॉर्मल हैं और कई बार लाभदायक भी. व्यक्ति ज्यादा सावधानी बरतने लगता है, जो सही भी है.
खास स्थितियां
कई बार एंजायटी अटैक नॉर्मल रिएक्शन होता है, जो जिंदगी के अनुभव की वजह से होते हैं और लोगों को चिंतित कर देते हैं. इन अनुभवों में पेरेंट बनना, नौकरी बदलना, बीमार होना, आर्थिक चिंता, किसी अपने की मृत्यु, तलाक होना, शादी होना, पेरेंटिंग, भीड़ में बोलना, रिश्ते में दरार, स्कूल की परीक्षा देना काम संबंधित तनाव.
इस तरह की स्थितियों में नॉर्मल एंजायटी फायदेमंद से लेकर एंजायटी अटैक भी हो सकती है. यह एंजायटी अस्थायी हो सकती है, लेकिन खास स्थितियों में व्यक्ति की क्षमता में हस्तक्षेप कर सकती है.
(और पढ़ें - चिंता खत्म करने के लिए योगासन)