ऐनिन्सेफली एक जन्मजात दोष है, जिसमें गर्भ के दौरान बच्चे का मस्तिष्क और खोपड़ी की हड्डियां पूरी तरह से निर्मित नहीं हो पाती हैं। नतीजतन बच्चे का मस्तिष्क, विशेष रूप से सेरिबैलम का विकास बहुत ही कम हो पाता है। सेरिबैलम मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो मुख्यरूप से सोचने, कार्य करने और संवेदनाओं को नियंत्रित करता है। विशेषज्ञ ऐनिन्सेफली को न्यूरल ट्यूब से संबंधित दोष मानते हैं। न्यूरल ट्यूब एक संकीर्ण शाफ्ट होता है जो सामान्य रूप से भ्रूण के विकास के दौरान बंद हो जाता है और मस्तिष्क तथा रीढ़ की हड्डी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गर्भावस्था के चौथे सप्ताह तक इनका निर्माण हो जाता है, वहीं अगर इसका निर्माण न हो सके तो शिशु को ऐनिन्सेफली की समस्या होने का खतरा रहता है।
ऐनिन्सेफली, एक दुर्लभ समस्या है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के आंकड़ों के अनुसार औसतन हर साल अमेरिका में 10,000 में से तीन शिशुओं में ऐनिन्सेफली का निदान होता है। ऐनिन्सेफली से ग्रसित लगभग 75 प्रतिशत मामलों में, बच्चे का जन्म मृत अवस्था में होता है। इसके अलावा जो बच्चे जीवित पैदा भी हो जाते हैं, वह केवल कुछ घंटे या कुछ दिनों तक ही जीवित रह पाते हैं। ज्यादातर मामलों में न्यूरल ट्यूब दोष की समस्या के कारण गर्भपात हो जाता है।
इस लेख में हम ऐनिन्सेफली नामक इस दुर्लभ विकार के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।