एनाप्लास्टिक लार्ज-सेल लिंफोमा (एएलसीएल) ब्लड कैंसर का एक दुर्लभ रूप है। इस बीमारी का जोखिम युवा पुरुषों में ज्यादा रहता है। यह ऐसी बीमारी नहीं है जो परिवार में दूसरे सदस्यों में फैल सकती है।
एएलसीएल गंभीर बीमारी है, क्योंकि यह तेजी से बढ़ती है और इसके लक्षण ठीक होने के बाद बार-बार दिखाई दे सकते हैं। इसके लिए ऐसे उपचार मौजूद हैं जो आपको बेहतर महसूस कराने के साथ-साथ एएलसीएल से निजात पाने में मदद कर सकते हैं।
रोग और इसके लक्षणों को ठीक करने के लिए डॉक्टर नए और बेहतर तरीकों की तलाश कर रहे हैं। जब किसी व्यक्ति को लिम्फोमा होता है, तो लिम्फोसाइट्स नामक कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। ये सफेद रक्त कोशिकाएं हैं, जो आमतौर पर संक्रमण से लड़ती हैं। एएलसीएल में यह सफेद रक्त कोशिकाएं एक छोटी ग्रंथि (लिम्फ नोड्स) या शरीर के अन्य हिस्से जैसे फेफड़े या त्वचा में इकट्ठा होने लगती हैं।
एएलसीएल को दो तरीकों से पहचाना जा सकता है
- जब एएलसीएल त्वचा में दिखता है तो इसे क्यूटेनियस एएलसीएल कहा जाता है। यह आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है।
- जब यह लिम्फ नोड्स व अन्य अंगों में दिखता है तो, इसे सिस्टेमेटिक एएलसीएल कहा जाता है। यह अक्सर जल्दी फैलता है।