ऐल्पर्स सिंड्रोम एक ऐसा न्यूरोलॉजिकल विकार है, जो धीरे-धीरे बढ़ता है। इसकी शुरुआत बचपन में होती है और कई मामलों में तो इसमें लिवर को गंभीर रूप से नुकसान भी पहुंचता है। इस सिंड्रोम से ग्रस्त लोगों में स्पास्टिसिटी, दौरे, मनोभ्रंश इत्यादि दिक्कतें आती हैं। ऐल्पर्स सिंड्रोम के ज्यादातर मामले पीओएलजी (POLG) नामक जीन में म्यूटेशन्स यानी गड़बड़ी की वजह से होते हैं। यह पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से प्रभावित करता है। ऐसा माना जाता है कि ऐल्पर्स सिंड्रोम हर 2 लाख की आबादी में सिर्फ 1 व्यक्ति को ही होता है।
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