एलिस इन वंडरलैंड सिंड्रोम (एडब्ल्यूएस) एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जिसके कारण व्यक्ति को अवधारणात्मक समस्याएं हो सकती हैं। यह स्थिति मस्तिष्क की क्षमता को प्रभावित करती है। इस स्थिति में मस्तिष्क में कई प्रकार की भावनाएं आ सकती हैं। लोग स्वयं का अपनी वास्तविक ऊंचाई से छोटा या बड़ा महसूस कर सकते हैं। एडब्ल्यूएस प्रभावित लोगों को ऐसा भी लग सकता है कि वह जिस कमरे में हैं वह शिफ्ट हो रहा है या फिर आसपास का जो फर्नीचर है वह दूर या करीब आता-जाता महसूस हो सकता है।
सामान्य रूप से जब किसी व्यक्ति को इस तरह की समस्याओं का अनुभव होता है तो ऐसी स्थितियों को आंखों का धोखा या मतिभ्रम की समस्या मान लिया जाता है, जबकि एडब्ल्यूएस की स्थिति में ऐसा नहीं है। यह मस्तिष्क के समझने की क्षमता में परिवर्तन के कारण होती है। एडब्ल्यूएस, व्यक्ति में निम्न चीजों के प्रति समझ को प्रभावित कर सकता है।
- दृष्टि
- सुनने की क्षमता
- स्पर्श
- संवेदना
- समय
विशेषज्ञों के मुताबिक वैसे तो एडब्ल्यूएस की समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है, लेकिन इससे सबसे ज्यादा बच्चों और युवाओं के प्रभावित होने वाले मामले देखने को मिलते हैं। प्रत्येक व्यक्ति में एडब्ल्यूएस के अनुभव और एपिसोड अलग-अलग हो सकते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि जिन चीजों का अनुभव आपको एक एपिसोड में हो रहा हो वह दूसरे में न हो। प्रभावित व्यक्तियों में एक एपिसोड कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटे तक का हो सकता है।
इस लेख में हम एलिस इन वंडरलैंड सिंड्रोम (एडब्ल्यूएस) के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।