कम समय में बहुत अधिक शराब पी लेने से अल्कोहल पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसे अल्कोहल इंटॉक्सिकेशन के नाम से भी जाना जाता है। अल्कोहल पॉइजनिंग के कारण शरीर के तापमान में गिरावट, श्वांस की समस्या, हृदय गति तेज होने जैसी परेशानियों का अनुभव हो सकता है। इसकी गंभीर स्थिति कुछ लोगों मेंं कोमा और मौत का भी कारण बन सकती है।
अल्कोहल पॉइजनिंग युवा और वयस्क दोनों को हो सकती है। वैसे तो यह स्थिति कम समय में बहुत अधिक मात्रा में शराब पीने से जुड़ी हुई है, लेकिन कुछ मामलों में गलती से या जानबूझकर शराब से बने उत्पादों को पी लेने से भी अल्कोहल पॉइजनिंग हो सकती है। माउथवॉश, सेनेटाइजर या वेनिला अर्क आदि अल्कोहल युक्त होते हैं, इन्हें भी बहुत अधिक मात्रा में पी लेने से अल्कोहल पॉइजनिंग का खतरा होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक अल्कोहल पॉइजनिंग एक मेडिकल इमरजेंसी है। यदि आपको शराब विषाक्तता का अनुभव हो रहा हो, तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। इलाज में देरी से कई प्रकार की अन्य स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग ने शराब को कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया है। कार्सिनोजेन ऐसा पदार्थ होता है जो कैंसर को विकसित कर सकता है। इतना ही नहीं चिकित्सा समुदाय ने शराब को कई प्रकार के कैंसर जैसे कि मुंह और ग्रासनली के कैंसर से लिंक माना है।
इस लेख में हम अल्कोहल पॉइजनिंग, उसके लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।