हृदय में अचानक रक्त प्रवाह कम होने से जुड़ी स्थितियों को एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम कहा जाता है। रक्त प्रवाह की यह रुकावट अचानक से प्रारंभ होती है, वहीं कुछ लोगों में यह समस्या आती-जाती रह सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह समस्या कोरोनरी धमनियों के भीतर और बाहरी दीवारों पर वसा के जमने के कारण होती है। यही धमनियां हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाने के लिए जिम्मेदार होती हैं। हृदय की मांसपेशियों को अच्छी तरह से कार्य करने के लिए ऑक्सीजन युक्त रक्त के निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता होती है। अगर इसमें किसी प्रकार की बाधा आ जाए तो यह तमाम प्रकार की समस्याओं को जन्म दे सकती है। कोरोनरी धमनियों के अवरुद्ध हो जाने का सबसे मुख्य कारण खून का थक्का जमना होता है।
एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम के कारण रोगी को सीने में गंभीर दर्द या बेचैनी की समस्या हो सकती है। इसे मेडिकल इमरजेंसी माना जाता है यानी कि इस स्थिति में रोगी को शीघ्र निदान और इलाज की आवश्यकता होती है। इलाज के दौरान डॉक्टरों की सबसे पहली कोशिश रक्त प्रवाह में सुधार करते हुए जटिलताओं को ठीक करने के साथ भविष्य में इस समस्या के खतरे को रोकना होता है।
इस लेख में हम एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम के लक्षण, कारण और इलाज की प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।