अकन्थोसिस निगरिकन्स क्या है?
अकन्थोसिस निगरिकन्स एक सामान्य पिगमेंटेशन विकार है। त्वचा पर चकत्ते पड़ना इसके सबसे बड़े संकेतों में से एक है और इन चकत्तों से प्रभावित हिस्से पर खुजली होने और बदबू आने की भी शिकायत हो सकती है।
अकन्थोसिस निगरिकन्स के लक्षण
अकन्थोसिस निगरिकन्स का सबसे बड़ा संकेत त्वचा में बदलाव आना है। इस बीमारी से ग्रस्त होने पर शरीर के मुड़ने वाले हिस्सों जैसे: गर्दन के पीछे, बगल, कमर, हाथ और पैर पर मोटे व गहरे रंग के चकत्ते पड़ने लगते हैं। हालांकि, त्वचा पर ये बदलाव आमतौर पर धीरे-धीरे दिखाई देते हैं। प्रभावित त्वचा पर बदबू या खुजली की समस्या भी हो सकती है। ये चकत्ते मुड़ने वाले हिस्सों व अन्य हिस्सों पर दिखाई दे सकते हैं जैसे:
- बगल
- पेट और जांघ के बीच का भाग
- गर्दन
- कोहनी
- घुटने
- होंठ
- हथेलियां
- पैर के तलवे
अकन्थोसिस निगरिकन्स के कारण
- इंसुलिन रेजिस्टेंस:
अधिकांश लोग जो इस बीमारी से ग्रस्त हैं, उनमें इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या भी देखी गई है। इंसुलिन अग्नाशय द्वारा स्रावित एक हार्मोन है जो शरीर में शुगर को प्रोसेस करने में मदद करता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण टाइप 2 डायबिटीज हो जाती है।
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- हार्मोनल विकार:
अकन्थोसिस निगरिकन्स अक्सर उन लोगों में होता है, जिन्हें अंडाशय में गांठ, हाइपोथायरायडिज्म या एड्रेनल ग्लैंड से संबंधित समस्या होती है।
- कुछ दवाएं व सप्लीमेंट:
नियासिन दवा की ज्यादा खुराक, गर्भनिरोधक गोलियां, प्रेडनिसोन और अन्य कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के कारण अकन्थोसिस निगरिकन्स हो सकता है।
- कैंसर:
कई बार अकन्थोसिस निगरिकन्स लिम्फोमा कैंसर (जो प्रतिरक्षा प्रणाली में मौजूद संक्रमण से लड़ने वाली कोशिकाओं में शुरू होता है) के कारण होता है या फिर किसी आंतरिक अंग: जैसे पेट, कोलन या लिवर में कैंसरकारी ट्यूमर बढ़ने से होता है।
अन्य संभावित कारण
कुछ दुर्लभ मामलों में, अकन्थोसिस निगरिकन्स के निम्न कारण भी हो सकते हैं:
- पेट का कैंसर या गैस्ट्रिक एडेनोकार्सिनोमा
- एड्रेनल ग्रंथि विकार जैसे कि एडिसन रोग
- पिट्यूटरी ग्रंथि से संबंधित विकार
- थायराइड हार्मोन का निम्न स्तर
- नियासिन की अधिक खुराक
अकन्थोसिस निगरिकन्स का इलाज
- विशेष आहार लेने से इंसुलिन के संचार को कम करने में मदद मिल सकती है जिससे अकन्थोसिस निगरिकन्स की स्थिति में कुछ सुधार आ सकता है।
- इस बीमारी में त्वचा पर पड़ने वाले प्रभाव को ठीक करने के लिए रेटिनो-ए, 20% यूरिया, अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड, टॉपिकल विटामिन डी और सैलिसिलिक एसिड जैसी दवाइयों की सलाह दी जाती है, हालांकि इन दवाओं का असर बहुत ही कम होता है। इन दवाओं के सेवन से स्किन को ठीक तो किया जा सकता है लेकिन इन दवाइयों का प्रयोग रोक देने पर ये बीमारी फिर से सामने आ सकती है।
अकन्थोसिस निगरिकन्स का निदान
डॉक्टर - मेडिकल हिस्ट्री और शारीरिक जांच के माध्यम से अकन्थोसिस निगरिकन्स की पुष्टि करते हैं। इसके अलावा अकन्थोसिस निगरिकन्स के लक्षण स्किन पर इतने साफ दिखाई देते हैं कि इसे आसानी से पहचाना जा सकता है। डॉक्टर इसके कारण का पता लगाने के लिए डायबिटीज या इंसुलिन रेसिस्टंस की जांच करवाने के लिए भी कह सकते हैं। इसका पता लगाने के लिए टेस्ट में ब्लड ग्लूकोज टेस्ट आदि करवाने के लिए कहा जा सकता है। इसके अलावा डॉक्टर आपके द्वारा ली जा रही दवाओं को भी देख सकते हैं कि कहीं उनकी वजह से तो आपको अकन्थोसिस निगरिकन्स नहीं हुआ है।
अकन्थोसिस निगरिकन्स से बचाव
- अगर अकन्थोसिस निगरिकन्स का संबंध मोटापे से है तो वजन कम करने से इस बीमारी को रोका जा सकता है।
- इंसुलिन को कम करने वाले आहार की मदद से भी अकन्थोसिस निगरिकन्स को नियंत्रित किया जा सकता है।
- इसके बचाव के अन्य तरीकों में अकन्थोसिस निगरिकन्स से संबंधित स्वास्थ्य समस्या (जैसे कि हाइपोथाइरायडिज्म) के इलाज और अकन्थोसिस निगरिकन्स का कारण बनने व इस स्थिति को गंभीर करने वाली दवाओं (जैसे कि गर्भनिरोधक गोलियां) से बचना शामिल है।
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