इन्सेफेलाइटिस (दिमागी बुखार) क्या है?
दिमागी बुखार या इंसेफेलाइटिस एक असाधारण लेकिन गंभीर स्थिति है जिसमें मस्तिष्क में सूजन आने लगती है। इस स्थिति के अधिकतर मामले या तो वायरल इन्फेक्शन के कारण होते हैं या फिर तब होते हैं जब प्रतिरक्षा प्रणाली असाधारण रूप से मस्तिष्क के ऊतकों पर हमला करने लगती है।
इन्सेफेलाइटिस अक्सर हल्के फ्लू जैसे लक्षण ही पैदा करता है, जैसे कि बुखार या सिरदर्द या फिर किसी प्रकार के लक्षण पैदा नहीं करता है। कभी-कभी फ्लू जैसे होने वाले लक्षण अत्यधिक गंभीर हो जाते हैं। दिमागी बुखार के कारण मिर्गी के दौरे, भ्रमित सोच या हिलने-ढुलने की प्रक्रिया या इंद्रियों संबंधी समस्याएं आदि भी हो सकती हैं। दिमागी बुखार की स्थिति की जांच करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों का पता करेंगे और आपको हाल ही में हुई किसी बीमारी या वायरस संबंधी स्थिति के बारे में भी पूछेगें। परीक्षण के लिए खून टेस्ट और मस्तिष्क के लिए कुछ इमेजिंग टेस्ट करवाने की आवश्यकता पड़ सकती है।
दिमागी बुखार अभी तक इतनी गंभीर बहुत ही कम मामलों में हुई है जो जीवन के लिए घातक हो सकती है। यदि आपको इंसेफेलाइटिस के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास चले जाना चाहिए। कुछ गंभीर मामलों में मरीज को अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। इसके उपचार में ओरल (मुंह द्वारा खाई जाने वाली) दवाएं और इंट्रावेनस (नसों के द्वारा ली जाने वाली दवाएं) आदि शामिल हैं, जिनकी मदद से सूजन और जलन को कम किया जाता है और संक्रमण का इलाज किया जाता है। जिन मरीज़ों को सांस लेने में तकलीफ होती है उनको एक कृत्रिम श्वसन दिया जाता है। बीमारी ठीक होने के बाद कुछ लोगों को फिजिकल, स्पीच और ऑक्यूपेशनल थेरेपी की आवश्यकता पड़ सकती है।