महाधमनी, शरीर की सबसे बड़ी और मुख्य बड़ी धमनी होती है, जो पूरे शरीर में रक्त का संचार करती है। कई बार तमाम परिस्थितियों के कारण महाधमनी में विच्छेदन हो जाता है, इसे एओर्टिक डायसेक्शन के नाम से जाना जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है जिसमें धमनी के आंतरिक परत लुमेन से रक्त लीक करने लगता है। लीक होने वाला रक्त महाधमनी के दीवार की आंतरिक और मध्य परतों के बीच विभाजन करने लगता है। यही रक्त अगर महाधमनी की बाहरी दीवार से भी बाहर निकलने लगे तो यह जानलेवा हो सकता है। हृदय और फेफड़ों के आसपास रक्त पहुंचने पर खतरा और अधिक बढ़ जाता है।
एओर्टिक डायसेक्शन की स्थिति खतरनाक होने के साथ दुर्लभ भी है। यह शिकायत ज्यादातर 60 और 70 साल की उम्र वाले लोगों में ज्यादा होती है। इस बीमारी के लक्षण बहुत ज्यादा स्पष्ट नहीं होते क्योंकि इसमें भी हृदय संबंधी अन्य बीमारियों के तरह ही लक्षण दिखाई देते हैं। यदि समय रहते एओर्टिक डायसेक्शन का पता चल जाए और तुरंत ही इसका इलाज शुरू हो जाए तो स्थिति के सुधरने और जान जाने का खतरा कम हो जाता है। इस लेख में हम महाधमनी विच्छेदन के लक्षण, कारण और के बारे में जानेंगे।