शून्य का मतलब होता है आकाश। हमारी मध्यमा उंगली आकाश से संबंध रखती है। इस योग मुद्रा को करने से हमारे शरीर के तत्वों में संतुलन बना रहता है। शून्य मुद्रा हमारी सुनने की क्षमता को बढ़ाती है। इस मुद्रा को करने से मन को बेहद शांति और सुकून मिलता है। इस मुद्रा को 'मुद्रा फॉर हेवन' भी कहा जाता है।
इस लेख में शून्य मुद्रा के फायदे और उसे कैसे किया जाता है इस बारे में गया है, साथ ही इसमें जरूरी सावधानियों से जुड़ी जानकारी भी दी गई है। लेख के अंत में एक वीडियो भी शेयर किया गया है।
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