हम में से ज्यादातर लोग अपने शरीर को टोन करने, बेहतर आकार में रहने और फिट रहने के लिए व्यायाम करते हैं ताकि हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकें और लम्बा जीवन जी सकें।
लेकिन जब आप मांसपेशियों के खिचाव और हैमस्ट्रिंग (hamstring) में दर्द के कारण बिस्तर पर ओढ़ जाते हैं तब आप क्या करते हैं? ऐसा अक्सर इसलिए होता है क्योंकि कई लोग व्यायाम से पहले वार्म उप करते ही नहीं हैं। आपको यह याद रखना बेहद जरूरी है कि कसरत करने के लिए वार्म अप करना आवश्यक है।
यदि आप पहले से ही व्यायाम करते आए हैं तो शायद आप पहले से ही कसरत करने से पहले अपने आपको वार्म अप करने के महत्व को जानते होंगे। यह भी संभव है कि आप इसे हल्के में लेते हों यह सोचकर की यह एक बिगिनर्स रूटीन है या अत्यधिक सावधानीपूर्वक अभ्यास करने के लिए आवश्यक है।
बहुत से लोग मानते हैं कि कसरत करने से पहले वार्म अप करना कसरत के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करने का एक तरीका है। लेकिन कसरत करने से पहले वार्म-अप को छोड़ना आपके लिए काफी हानिकारक हो सकता है।
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एक पूर्ण वार्म-अप रूटीन में निमन शामिल हैं -
- बेसिक वार्म अप
- स्ट्रेचिंग वार्म अप
- स्पेसिफिक वार्म-अप (यदि आप व्यायाम करते वक्त एक स्पेसिफिक शरीर के अंग पर ज़ोर देने वाले हैं)
इनमें से पहले दो बहुत महत्वपूर्ण हैं जो हमेशा कसरत से पहले करनी चाहिए। अगर आप कसरत सत्र आपके शरीर के विशिष्ट अंग को ध्यान में रख कर करते हैं तो आपको उसे करने से पहले स्पेसिफिक वार्म-अप करना चाहिए।
बहुत से लोग यह गलती करते हैं कि बेसिक वार्म उप और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज एक साथ करते हैं। वे मानते हैं कि ये दोनों एक्सरसाइज एक ही हैं। पर इन दोनों एक्सरसाइज के बीच महत्वपूर्ण अंतर है।
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वार्म-उप अभ्यास पूरे शरीर और मांसपेशियों में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है पर स्ट्रेचिंग अभ्यास मांसपेशियों को लचीला बनाने और उनके मूवमेंट को बढ़ाने में मदद करता है। यदि आप वार्म-अप छोड़ स्ट्रेचिंग अभ्यास करना शुरू करते हैं तो आप अपनी ठंडी और सख्त मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
तो चलिए जानते हैं, अभ्यास से पहले वार्म-अप के क्या-क्या लाभ हैं।