नमक के बिना खाद्य पदार्थ बेस्वाद लगते हैं। लेकिन इसकी अधिक मात्रा हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं ला सकती है और यहां तक कि किडनी की समस्या, दिल का दौरा या स्ट्रोक विकसित होने का खतरा भी बढ़ सकता है। कुछ लोगों के लिए, नमक की लालसा का मतलब है कि वे अपने शरीर की ज़रूरत से अधिक नमक खा रहे हैं। (और पढ़ें – दिल का दौरा के कारण)

मानव शरीर में रक्त, मूत्र और पसीने में 250 ग्राम सोडियम शामिल है, इसलिए आपको प्रतिदिन 200 मिलीग्राम नमक लेने की जरूरत होती है।

वास्तव में, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर दिन 5 ग्राम से अधिक नमक (2000 मिलीग्राम सोडियम) का सेवन नहीं करना चाहिए। एक दिन में सभी भोजन और स्नैक्स के लिए एक चम्मच नमक पर्याप्त होता है। नमकीन जैसी सभी चीजों के लिए अपनी लालसा को कैसे छोड़ना है, यह जानने के लिए आपको पहले यह समझने की ज़रूरत है कि ऐसा क्यों है कि आप इतना नमक खाना चाहते हैं। यहां कुछ सामान्य स्थितियां दी गई हैं जो नमक की तलाब पैदा कर सकती हैं।

  1. सॉल्‍ट एडिक्शन हो सकता है ज्यादा नमक के उपयोग करने का कारण - Addiction to Salt in Hindi
  2. ज्यादा नमक खाने की इच्छा हो सकती है एडिसन बीमारी के कारण - Addison Disease Causes Salt Cravings in Hindi
  3. नमक की लालसा हो सकती है वर्कआउट के कारण - Salt Cravings Due to Exercise in Hindi
  4. खनिजों की कमी हैं नमक की लत की वजह - Mineral Deficiency Causes Salt Cravings in Hindi
  5. नमक की तलब का कारण है निर्जलीकरण - Dehydration Causes Salt Cravings in Hindi

इसके अलावा शोधकर्ताओं का कहना है कि नमक के लिए आपकी लालसा नमक की लत का संकेत हो सकती है जिसे ''सॉल्‍टी फूड एडिक्‍शन'' कहा जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार नमक की इस लत का हल्के नशे जैसा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आपको नमकीन खाना अधिक स्वादिष्ट लगता है। नमक की यह लत आपके मस्तिष्क को उत्तेजित करती है।


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एडिसन की बीमारी वाले लोग एड्रि‍नल हार्मोन की कमी का अनुभव करते हैं जो पानी और नमक के स्तर को नियंत्रित करता है। यदि आपको यह समस्या है, तो आपको अत्यधिक थकान, भूख की कमी, वजन का कम होना, कम रक्तचाप, मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी, मतली, दस्त, उल्टी या अवसाद और चिड़चिड़ापन भी हो सकता है। जब आपको एडिसन रोग होता है तो शरीर में लवण का सही संतुलन नहीं रहता है। ऐसे में रोगी की नमक के प्रति लालसा बढ़ जाती है।  

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यदि आप कसरत के बाद नमक वाले पदार्थों की इच्छा करते हैं, तो इसका कारण यह हो सकता है कि आपके शरीर में व्यायाम के दौरान पसीना आने के कारण सोडियम की कमी हो गई है। एक अध्ययन में पाया गया कि प्री और पोस्ट वर्कआउट के बाद नमक की मात्रा पूरी करने के लिए एक कटोरा टमाटर सूप पीना बहुत लाभकारी होता है। 

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खनिज की कमी भी नमकीन खाद्य पदार्थों की इच्छा का कारण बन सकती है। आपके शरीर में लवण और खनिजों के स्तर के बीच एक नाजुक संतुलन है। कभी-कभी पर्याप्त पोटेशियमकैल्शियम या लोहा नहीं होने पर आपको नमक खाने की इच्छा हो सकती है।

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अत्यधिक पसीना, दस्त, उल्टी या अपर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थो के सेवन के कारण आप निर्जलित हो जाते हैं जिससे आपके शरीर में पेशाब या पसीने के दौरान सोडियम की कमी हो जाती है। सोडियम की इस कमी को पूरा करने के लिए और शरीर के सिस्टम में नमक के संतुलन को बनाए रखने के लिए, आपका शरीर स्वाभाविक रूप से नमकीन खाद्य पदार्थों की लालसा करता है। यही कारण है कि निर्जलीकरण में लोगों के लिए रिहाइड्रेशन समाधान में आमतौर पर खनिज लवण (नमक) के साथ-साथ शर्करा भी होती है ताकि संतुलन बनाया जा सके। 

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