बायोटिन ,बी कॉम्प्लेक्स विटामिन में से एक है। बी कॉम्प्लेक्स विटामिन भोजन में वसा और कार्बोहाइड्रेट को अलग करने और उन्हें ऊर्जा में बदलता है। इसी शारीरिक ऊर्जा से शरीर को काम करने के लिए ताकत मिलती है। बायोटिन को बी-7, विटामिन एच, या कोएंजाइम आर भी कहा जाता है।

बायोटिन त्वचा के स्वास्थ को अच्छा बनाने , कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। ये नाखूनों और बालों को मजबूत करने के लिए केराटिन प्रोटीन का उत्पादन भी करता है।  ऐसे और भी बहुत सारे फायदे हैं जो हमारे शरीर में बायोटिन निभाता है लेकिन क्या हो जब इसकी कमी हो जाए , कैसे मालूम होगा की शरीर में बायोटिन की कमी हो गई है? 

आइए जानते हैं बायोटिन की कमी के लक्षणों के बारे में जिन्हे देख कर आप पता लगा सकते हैं कि आपके अंदर बायोटिन की कमी है या नहीं और बायोटिन की कमी के लक्षण क्या हैं ? सबसे पहले जानते हैं बायोटिन कि कमी क्या है ?

(और पढ़ें -झड़ते बालों के लिए बायोटिन के लाभ )

 
  1. बायोटिन की कमी क्या है?
  2. बायोटिन की कमी क्यों होती है?
  3. बायोटिन की कमी के लक्षण
  4. बायोटिन की कमी कैसे दूर करें?

लोगों में बायोटिन की कमी बहुत कम मात्रा में होती है अक्सर वे लोग जिन्हे भोजन से बायोटिन प्राप्त नहीं होता है उनमें बायोटिन की कमी हो सकती है। यह विटामिन भोजन से प्राकृतिक रूप से प्राप्त होने वाला विटामिन है, लेकिन अगर ये भोजन से प्राप्त नहीं हो रहा है तो इसे बाहर से पूरक के रूप में लेने की जरूरत हो सकती है।  

(और पढ़ें बायोटिन युक्त खाद्य पदार्थ )

 
Biotin Tablets
₹599  ₹999  40% छूट
खरीदें

बायोटिन की कमी अन्य विटामिन की कमी जितनी आम नहीं है। कुछ संभावित कारणों से बी7 विटामिन कम हो सकता है, जो इस प्रकार हैं:

  • खाने के सीमित स्त्रोत होना 

जब आपके पास भोजन के इतने सीमित विकल्प हों जिससे आप अपने आहार में बायोटिन की कमी को पूरा न कर पा रहे हों तो बायोटिन की कमी हो सकती है। इसकी कमी को रोकने के लिए ही आपको बायोटिन पूरकों को लेने की जरूरत होती है।  

  • लंबे समय तक डाइटिंग करना

जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं वो लोग अक्सर लंबे समय तक भूखे रहते हैं और खाने में भी बहुत सीमित खान खाते हैं। यह कैलोरी की मात्रा को सीमित कर बायोटिन की कमी के खतरे को भी बढ़ाता है। क्यूंकी ऐसे खाने में कम खनिज और विटामिन मिलते हैं। इसलिए ऐसा भोजन कीजिए जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व हों।  

  • आनुवंशिक कारण

कुछ आनुवंशिक कारणों से भी बायोटिन की कमी हो सकती है। जैसे शरीर में बायोटिन के कमी माँ बाप से ही होना, होलोकार्बोक्सिलेज़ सिंथेटेज़ की कमी, फेनिलकेटोनुरिया आदि शामिल हैं।

  • आंतों की समस्याएँ

कुछ लोगों को आंतों की समस्या हो सकती है, जिसके कारण भोजन से पोषक तत्व शरीर में सही तरह से अवशोषित नहीं हो पाते। जिससे बायोटिन की कमी होती है। आंतों की समस्याओं में - कोलाइटिस और क्रोहन रोग जैसी स्थितियां हो सकती हैं।

  • शराब का सेवन 

शराब का सेवन करने से अक्सर बायोटिन का अवशोषण अच्छे से नहीं हो पाता है, जिससे शरीर में इसकी कमी हो जाती है। शराब का सेवन न करने से बायोटिन की कमी को इस आधार पर कम किया जा सकता है। 

  • गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान बायोटिन की कमी हो सकती है। एक तिहाई गर्भवती महिलाओं में बायोटिन की कमी हो जाती है। 

  • दवाएं

अन्य कई दवाइयाँ जैसेएंटीबायोटिक्स और एंटी-सीज़र्स भी विटामिन के अवशोषण को भी प्रभावित करती हैं जिससे शरीर में बी7 की कमी हो जाती है। 

(और पढ़ें -वजन कम करने के लिए बायोटिन के फायदे )

 

बायोटिन की कमी के लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं और समय के साथ बढ़ सकते हैं। जिसमें बालों का पतला होना, पूरे शरीर में बालों का झड़ना और आंखों, नाक, मुंह केआसपास पपड़ीदार, लाल चकत्ते हो जाते हैं।  

इसकी कमी से त्वचा का संक्रमण हो जाता है, नाखून कमजोर हो जाते हैं , तंत्रिका संबंधी समस्याएं, जैसे अवसाद, सुस्ती और मतिभ्रम भी हो सकता है। अन्य लक्षणों में -

  • सूखी आंखें
  • थकान

  • सोने में कठिनाई

  • भूख में कमी

  • जी मिचलाना

  • हाथों और पैरों में जलन या चुभन महसूस होना

  • मांसपेशियों में दर्द

  • बार-बार पेट खराब होना

  • मुँह के कोनों में दरारें पड़ना

  • चलने में कठिनाई , आदि हो सकते है।  

(और पढ़ें -त्वचा के लिए बायोटिन के फायदे )

 

बायोटिन की कमी के लक्षणों का पता लगने पर ये जरूरी है कि का अनुभव होने पर आप अपने भोजन पर प्राथमिक रूप से ध्यान दें। अपनी जीवन शैली को अच्छा बनाएँ , शराब का सेवन न करें और कोशिश करें कि अपने भोजन से ही सभी जरूरतें पूरी हो जाएँ ।  अगर फिर भी बायोटिन की कमी के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें।  

 

ऐप पर पढ़ें