खैनी को तंबाकू का ही एक प्रकार माना गया है. इसे निकोटियाना प्रजाति के पेड़ के पत्तों को सुखाकर तैयार किया जाता है. इसे खाने से मुंह से बदबू, मुंह का कैंसर, दांतों और मसूड़ों की समस्या होने का खतरा रहता है.

खैनी खाने की लत को छुड़ाना मुश्किल होता है, लेकिन असंभव नहीं. ऐसे कई कारगर घरेलू नुस्खे हैं, जिनकी मदद से खैनी की लत को छुड़ाया जा सकता है. खैनी की लत छोड़ने से कैंसर, डायबिटीज, लिवर की परेशानी जैसी गंभीर बीमारियां होने के खतरे को टाला जा सकता है.

आज इस लेख में हम जानेंगे कि खैनी क्या है, इसके खाने के नुकसान क्या, इसे कैसे बनाया जाता है और इसकी लत छोड़ने के तरीके क्या हैं -

(और पढ़ें - गुटखा खाने के नुकसान)

  1. खैनी क्या है?
  2. खैनी खाने के नुकसान
  3. खैनी कैसी बनती है?
  4. खैनी छोड़ने के घरेलू उपाय
  5. खैनी छोड़ने के फायदे
  6. सारांश

खैनी को तंबाकू के पत्तों से तैयार किया जाता है. इसे धुआं रहित व थूकने वाले तंबाकू के रूप में जाना जाता है. आमतौर पर खैनी टिन या पाउच में उपलब्ध होती है. खैनी में कम से कम 28 तरह का कैंसर उत्पन्न करने वाले केमिकल होते हैं, जिसे मेडिकल भाषा में कार्सिनोजेन कहा जाता है.

खैनी में कैंसर पैदा करने वाले कुछ खास एजेंट फार्मेल्डीहाइड, एसीटैल्डिहाइड, आर्सेनिक, बेंजोपायरीन, निकल और कैडमियम होते हैं. कुछ लोगों का मानना है कि स्मोकिंग और अन्य तंबाकू उत्पादन की तुलना में खैनी कम हानिकारक है, जबकि सच ये है कि अन्य तंबाकू उत्पादन की तरह ये भी नुकसादेह है.

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खैनी का सेवन करने से निम्न प्रकार नुकसान देखे गए हैं -

मुंह से बदबू

खैनी खाने वाले लोगों के मुंह से दुर्गंध आती है. दरअसल, खैनी या तंबाकू लार ग्रंथि को प्रभावित करती है, जिससे पाचन तंत्र संबंधी परेशानी होती है. ऐसे में मुंह से बदबू आना स्वाभाविक है.

(और पढ़ें - मुंह की बदबू का घरेलू उपाय)

दांतों व मसूड़ों की परेशानी

तंबाकू या खैनी का सेवन करने से दांत और मसूड़े खराब हो सकते हैं. इसकी वजह से व्यक्ति के दांत काले या पीले रंग के हो सकते हैं.

मुंह का कैंसर

लंबे समय तक खैनी का सेवन करने से मुंह का कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है. दरअसल, खैनी में कार्बन मोनोऑक्साइड और निकोटिन होता है, जो मुंह के कैंसर के साथ-साथ गले का कैंसर व एसोफैगल जैसी समस्याओं का कारण हो सकता है.

(और पढ़ें - मुंह के कैंसर का होम्योपैथिक इलाज)

हृदय रोग

खैनी का सेवन चूने में मिलाकर किया जाता है. तंबाकू और चूने का मिश्रण दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है. इससे ब्लड वेसल्स पर दबाव पड़ता है, जो स्ट्रोक और हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है.

फेफड़ों पर बुरा असर

खैनी का सेवन फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचा सकता है. इससे व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी, खांसीफेफड़ों का कैंसर होने की आशंका रहती है.

इसके अलावा, खैनी खाने से हाई ब्लड प्रेशर, पाचन पर बुरा असर, स्किन की समस्याएं, कोलन इंफेक्शनबालों का झड़ना जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.

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तंबाकू के पत्तों को सूखाकर खैनी को तैयार किया जाता है. इसके लिए पहले तंबाकू के पेड़ से पत्तों को काटकर धूप में सूखाया जाता है. इन पत्तियों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर या फिर कूटकर तैयार किया जाता है. इसके बाद खैनी उत्पादन करने वाली कंपनियां कूटी या फिर कटी हुई खैनी में अलग-अलग फ्लेवर डालती हैं, जिसमें कई तरह के केमिकल का भी इस्तेमाल होता है. फिर इन्हें मार्केट में उतारने के लिए पाउच में पैक किया जाता है.

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खैनी खाने की लत को विभिन्न तरह के घरेलू नुस्खों से छोड़ा जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है -

जीरा

जीरे का इस्तेमाल करके खैनी खाने की लत को छुड़ाया जा सकता है. जीरे का पानी पीने के लिए 1 गिलास पानी में आधा चम्मच जीरा डालकर इसे अच्छे से उबालना है. अब इस पानी को छानकर दिन में 4 से 5 बार पीने से खैनी या तंबाकू खाने की इच्छा में कुछ कमी आ सकती है.

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सौंफ के बीज

सौंफ के बीज का पानी पीने से तंबाकू या खैनी खाने की इच्छा कम होती है. इसके अलावा, सौंफ के बीजों को भूनकर अपने जेब में रखना चाहिए और जब भी खैनी खाने की तीव्र इच्छा हो, तो खैनी की जगह इन सौंफ के बीजों को चबाना चाहिए. इससे खैनी खाने की इच्छा कुछ कंट्रोल हो सकती है.

मुलेठी

खैनी खाने की लत को कम करने के लिए मुलेठी के टुकड़ों को मुंह में रखकर चूसना चाहिए. इससे खैनी खाने की इच्छा को कंट्रोल किया जा सकता है.

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तुलसी व ब्राह्मी

तुलसीब्राह्मी के पत्तों में औषधीय गुण होते हैं. रोज सुबह इनकी पत्तियों को चबाना चाहिए, इससे खैनी खाने की इच्छा धीरे-धीरे कम हो सकती है. इतना ही नहीं, इन पत्तियों के सेवन से खैनी खाने के कारण शरीर को हुए नुकसान को भी कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है.

खैनी की लत को छोड़ने से निम्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं -

  • मुंह, शरीर, बाल व कपड़ों से अच्छी महक आएगी.
  • खाने का स्वाद बेहतर होगा.
  • उंगलियां और नाखूनों का पीलापन धीरे-धीरे कम होगा.
  • कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा कम होगा.
  • दांत व मुंह के दाग-धब्बों से छुटकारा मिलेगा.
  • बच्चे और परिवार के अन्य सदस्य स्वस्थ रहेंगे.

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इसमें कोई शक नहीं कि खैनी स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह होती है. इसके सेवन से कैंसर जैसी बीमारी तक का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में मजबूत इच्छाशक्ति के साथ कुछ घरेलू उपायों का सहारा लेकर खैनी की लत को छोड़ने में मदद मिल सकती है. खैनी की लत छोड़ने से न सिर्फ आप ठीक होते हैं, बल्कि पूरा परिवार भी स्वस्थ रहता है.

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