पॉपकॉर्न को फिल्म थियेटर और घर पर रात को स्वादिष्ट नाश्ते की तरह खाते हुए देखा जा सकता है, लेकिन इस भोजन से जुड़े कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं जो कि ज्यादातर लोगों ने कभी नहीं सुने होंगे।
पॉपकॉर्न को बनाना काफी सरल है, यह एक प्रकार की मकई है जिसका छिलका या शेल सख्त होता है और जिसके अंदर स्टार्च होता है। जब यह पॉपिंग मकई गरम होती है, तो मकई के दाने के अंदर दबाव बढ़ जाता है जिससे दाने चटक कर पॉपकॉर्न की शेप में आ जाते हैं। पॉपकॉर्न कई प्रकार के होते हैं, जिनमें माइक्रोवेव में पकाये जाने वाले पॉपकॉर्न भी शामिल है। पॉपकॉर्न में फाइबर, पॉलीफेनोलिक कंपाउंड, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, मैंगनीज और मैग्नीशियम जैसी प्रभावशाली सामग्री से स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
ऐतिहासिक रूप से, इस बात का सबूत है कि 6000 साल से अधिक वर्षों से पॉपकॉर्न का आनंद लिया जा रहा है, क्योंकि प्राचीन काल में मक्का कई सांस्कृतिक आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। मक्के के पौधे के उत्पाद को आग में डालकर सबसे पहले पॉपकॉर्न बनाया गया था। पॉपकॉर्न की पूर्व पुरातात्विक (archaeological) खोज पेरू में की गई थीं। पॉपकॉर्न भी अलग-अलग रंगों में आ सकते हैं, अगर अलग-अलग रंग के कॉर्न कर्नल्स (मकई के दाने) उपयोग किया जाता है।