कूटू (बकवीट - buckwheat) गेहूं के समान एक प्रकार का अनाज है। लेकिन गेहूं के साथ इसका कुछ भी संबंध नहीं है। यह एक फल का बीज होता है। कूटू का पौधा, ज्यादा बड़ा नहीं होता है। कूटू का लैटिन नाम फैगोपाइरम एस्कुलेंटम (Fagopyrum esculentum) है। इसका आकर एक त्रिभुज की आकृति जैसा होता है। भारत में कूटू बहुत अधिक जगहों पर नहीं उगाया जाता है। यह केवल हिमालय के भाग जैसे जम्मू कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखण्ड, दक्षिण में नीलगिरी और नार्थ ईस्ट राज्यों में उगाया जाता है। भारत में अधिकतर इसका इस्तेमाल केवल उपवास आदि में ही किया जाता है। पूरी दुनिया में कूटू सबसे अधिक रूस, कज़ाकिस्तान, यूक्रेन और चीन में उगाया जाता है।
कूटू पोषक तत्वों का एक बिजलीघर है। लस मुक्त होने के नाते यह गेहूं, राई, जौ और जई का उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है। इस प्रकार यह उन लोगों के लिए उपयुक्त माना जाता है जिन्हें गेहूं से एलर्जी होती है। इसमें लोहे, मैग्नीशियम, फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा, इसमें सभी आवश्यक आठ अमीनो एसिड होते हैं।