ताड़ के पेड़ पर उगने वाला खजूर अंडे के आकार का होता है। दुनियाभर में इस्तेमाल होने वाले खजूर का इस्तेमाल कई तरह की रेसिपी में किया जाता है। फल देने वाले पेड़ों में खजूर को सबसे पुराना माना जाता है। बाइबिल में इसके पेड़ को 'जीवन प्रदान करने वाला वृक्ष’ कहा गया है।
ताड़ के पेड़ पर खजूर गुच्छों में उगते हैं। खजूर एक ऐसा फल है जो प्राकृतिक तरीके से पाचन प्रक्रिया में मदद करता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व और मिनरल्स होते हैं जो शरीर को स्वस्थ एवं बीमारियों से दूर रखते हैं। सेहत के लिए फायदेमंद होने के कारण पिछले कुछ वर्षों में खूजर की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है।
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आमतौर पर खजूर के पेड़ 21-23 मीटर (69-75 फीट) की ऊंचाई तक बढ़ते हैं। खजूर का फल स्वाद में मीठा होता है और सूखने पर इसमें लगभग 75 फीसदी चीनी की मात्रा होती है। खजूर को तीन वर्गों में बांटा गया है – मुलायम, हल्का नरम और सूखा खजूर। खजूर के कुछ सामान्य प्रकारों में बारही खजूर, डेगलेड नूर खजूर, हलवाई खजूर, खदरवे खजूर, थूरी खजूर, जहिदी खजूर शामिल हैं। किस्म के आधार पर खजूर का रंग थोड़ा लाल-पीला या सफेद और काला हो सकता है।
इराक, अरब, उत्तरी अफ्रीका, मोरक्को में खजूर एक महत्वपूर्ण पारंपरिक फसल है। विश्व स्तर पर खजूर का सबसे बड़ा उत्पादक मिस्त्र को माना जाता है और इसके बाद ईरान एवं सऊदी अरब का नाम आता है। भारत में राजस्थान, पश्चिम में गुजरात और दक्षिण में तमिलानडु एवं केरल में सबसे ज्यादा खजूर उगाए जाते हैं। भारत दुनिया में खजूर का सबसे बड़ा आयातक है।
खजूर के बारे में तथ्य:
- वानस्पतिक नाम: फीनिक्स डेक्टाइलेफेरा
- कुल: ताड़, एरिकेसी
- सामान्य नाम: डेट पाम, खजूर
- संस्कृत नाम: खूर्जरम
- उपयोगी भाग: फल, पत्तियां, बीज और रस
- भौगोलिक विवरण: खजूर की उत्पत्ति मिस्र और मेसोपोटामिया के बीच के उपजाऊ क्षेत्रों से हुई है। इसकी खेती मुख्य रूप से उत्तरी अफ्रीका, दक्षिण एशिया और मध्य पूर्व में की जाती है।
- रोचक तथ्य: ऊंट के दूध में खजूर मिलाकर खाना बहुत फायदेमंद होता है। ऊंट के दूध में वसा और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। खजूर में विटामिन ए, बी और डी पाया जाता है। इसलिए इन दोनों को मिलाकर लेने से भरपूर पोषण प्राप्त होता है।