लोटस रूट मतलब कमल के फूल यानि कमल की जड़ नीलम्बोनेसी (Nelumbonaceae) परिवार का एक जलीय पौधा है। कमल का फूल हजारों सालों से एशियाई देशों में पाया जाता है। यह पवित्रता और दिव्य सौंदर्य का प्रतीक है। यह कई सांस्कृतिक प्रथाओं और धर्मों में महत्वपूर्ण तत्व है। यह सुंदर फूल झील, धारा, नदी आदि में उगता है। इसकी जड़ें पानी के अंदर और फूल और पत्ते पानी के ऊपर होते हैं। यह बारहमासी जलीय पौधा है। इसके बीज निष्क्रिय होने के बाद लम्बे समय पर अंकुरित होते हैं।
कमल की जड़ 4 फीट पानी के अंदर फैली होती है। इन्हें निकाल कर धोया, काटा और तैयार किया जाता है। यह बाजार में आसानी से मिल जाती है। इसका उपयोग एशियाई व्यंजनों में सब्ज़ी के रूप में किया जाता है और इसे हिंदी में कमलककड़ी कहा जाता है। इसे पकाने के कई तरीके हैं। पारंपरिक हर्बल दवाओं में प्राकृतिक या पाउडर के रूप में भी इसका प्रयोग किया जाता है। इसका उपयोग सलाद के रूप में भी किया जाता है। इसकी बनावट आलू की तरह होती है और इसका स्वाद थोड़ा मीठा और नारियल की तरह होता है।
कमलककड़ी में विटामिन, खनिज और फाइटोन्यूटरिएंट्स हैं जिनमें शामिल हैं पोटेशियम, फास्फोरस, तांबा, लोहा, मैंगनीज के साथ साथ थियामिन, पैंटोफेनीक एसिड, जस्ता, विटामिन बी 6, विटामिन सी। इसके साथ साथ यह फाइबर और प्रोटीन का बहुत ही महत्वपूर्ण स्रोत है।
तो चलिए हम कमलककड़ी के लाभों का बारे में जानते हैं।