गर्मी और बारिश के मौसम में आने वाला फल जामुन जिसे ब्लैक प्लम या इंडियन ब्लैकबेरी भी कहते हैं सिर्फ एक फल नहीं बल्कि आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के समान है और इसका कारण है इसमें पाए जाने वाले असंख्य औषधीय गुण। जामुन गर्मियों का फल है लिहाजा यह लू लगने से तो बचाता ही है। साथ ही साथ जामुन खाने से कैंसर, मुंह के छाले, एनीमिया, गठिया, लिवर की समस्या आदि बीमारियां भी नहीं होती हैं। जामुन को पोषक तत्वों का पावर हाउस भी कहा जाता है क्योंकि इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

जामुन का फल तो आप में से ज्यादातर लोगों ने जरूर खाया होगा और जामुन खाने के दौरान हम सभी यही करते हैं कि उसके बैंगनी रंग के फल को खा लेते हैं और उसके अंदर मौजूद भूरे रंग के बीज को फेंक देते हैं। लेकिन आज हम आपको जामुन के बीज के फायदों के बारे में बता रहे हैं जिसके बाद से आप जामुन के बीज को कभी डस्टबिन में नहीं डालना चाहेंगे। दरअसल, जामुन एक ऐसा फल है जिसका बीज, पत्तियां, पेड़ की छाल और फल सभी में औषधीय गुण पाए जाते हैं।

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आयुर्वेद, यूनानी चिकित्सा और चीनी चिकित्सा पद्धति में भी जामुन के बीज का इस्तेमाल दवाइयां बनाने में और कई बीमारियों का इलाज करने में किया जाता है, खासकर डायबिटीज और पाचन से जुड़ी बीमारियों में। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो जामुन के बीज को पीसकर उसका पाउडर बनाकर इस्तेमाल करने से डायबिटीज के मरीजों को काफी लाभ हो सकता है। डायबिटीज के अलावा भी कई बीमारियों में जामुन के बीज के पाउडर का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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  1. जामुन के बीज के फायदे
  2. जामुन का बीज का इस्तेमाल कैसे करें ? - How to use jamun seeds in hindi
  3. सारांश

डायबिटीज के लिए जामुन के बीज के फायदे - Jamun seeds for diabetes in hindi

डायबिटीज के मरीज अगर किसी फल को बिना किसी चिंता के खा सकते हैं तो वह है जामुन। आयुर्वेद के अनुसार जामुन का कसैला स्वाद बार-बार पेशाब आने की समस्या को कम करने में मदद करता है। साथ ही जामुन में हाइपोग्लाइसेमिक यानी खून में शर्करा कम करने का भी गुण पाया जाता है और इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स भी पाए जाते हैं जो जामुन को डायबिटीज के रोगियों के लिए बेस्ट फल बनाते हैं। जामुन के गूदे यानी फल और बीज दोनों में ही ये सारे गुण पाए जाते हैं।

साल 2017 में एशियन पैसिफिक जर्नल ऑफ ट्रॉपिकल बायोमेडिसिन में प्रकाशित एक स्टडी की मानें तो जामुन का बीज, खून में ग्लूकोज के लेवल को बहुत तक कम करने और इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। स्टडी के नतीजों में बताया गया कि जामुन के बीज में रोगनिरोधी गुण पाए जाते हैं जो हाइपरग्लाइसीमिया यानी खून में ग्लूकोज की अत्यधिक मात्रा की समस्या को दूर करने में मददगार साबित हो सकता है।

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इसके अलावा जामुन के बीज में जैम्बोलिन और जैम्बोसिन नाम के 2 सक्रिय तत्व पाए जाते हैं जो खून में शुगर के रिलीज होने की दर को कम करते हैं और शरीर में इंसुलिन के लेवल को बढ़ाते हैं। जामुन का बीज स्टार्च को एनर्जी में बदलकर डायबिटीज के लक्षण जैसे- ज्यादा प्यास लगना और बार-बार पेशाब आने की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है।

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ब्लड प्रेशर के लिए जामुन के बीज के फायदे - Jamun seeds for blood pressure in hindi

सिर्फ डायबिटीज ही नहीं बल्कि हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन की समस्या से पीड़ित मरीजों के लिए भी जामुन का बीज वरदान के समान है। दरअसल, जामुन के बीज में इलाजिक एसिड नाम का फेनॉल एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर के लेवल में बार-बार होने वाले उतार-चढ़ाव को रोकने में मदद करता है। साथ ही हाई बीपी की समस्या को भी नियंत्रित करने में मददगार है जामुन का बीज।

पेट की समस्याओं के लिए जामुन के बीज के फायदे - Jamun seeds for stomach problem in hindi

जामुन के बीज की तासीर ठंडी होती है इसलिए यह शीतलक (कूलेंट) का काम करता है और पाचन से जुड़ी कई समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है। जामुन के बीज के पाउडर में फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है और इसका नियमित रूप से सेवन करने से पेट साफ रहता है जिससे कब्ज की दिक्कत नहीं होती। साथ ही डायरिया, पेचिस, मुंह में छाले, सूजन और जलन और आंत में अल्सर की समस्याओं को भी दूर करने में मददगार है जामुन का बीज।

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एनीमिया के लिए जामुन के बीज के फायदे - Jamun seeds for anemia in hindi

जामुन के बीज में फ्लैवनॉयड्स भी पाए जाते हैं जिससे खून साफ होने के साथ ही पूरे शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं और शरीर डिटॉक्स हो जाता है। इसके अलावा जामुन के बीज में आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता जिस कारण यह बीज खून की कमी से होने वाली बीमारी एनीमिया की समस्या से भी बचाने में मदद करता है।

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हड्डियों और हृदय के लिए जामुन के बीज के फायदे - Jamun seeds benefits in hindi

जामुन का बीज लिवर और हार्ट को भी हेल्दी रखने में मदद करता है। साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाता है, लड़कियों और महिलाओं में पीसीओएस या पीसीओडी की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है।

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जामुन के बीज को पीसकर उसका पाउडर या चूर्ण बनाकर उसका इस्तेमाल किया जा सकता है, इसके लिए:

  • सबसे पहले जामुन से बीज को अच्छी तरह से अलग कर लें ताकि बीज पर फल का कोई हिस्सा बाकी न रह जाए।
  • इसके बाद बीजों को अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें।
  • अब जामुन के बीजों को साफ कपड़े पर फैलाकर धूप में सूखने के लिए रख दें। सूखने की इस प्रक्रिया में कम से कम 3-4 दिन का वक्त लगता है।
  • जब बीज सूख जाए तो उनके बाहरी भूरे रंग के छिलके को हटा दें और अंदर से हरे रंग का जो बीज निकला उसे फिर से धूप में 1-2 दिन के लिए अच्छी तरह से सुखाएं।
  • धूप में सूखे इन जामुन के बीजों को मिक्सर ग्राइंडर में डालकर अच्छी तरह से पीसकर पाउडर बना लें।
  • आप चाहें तो इस पाउडर को छानकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं और बिना छाने हुए भी।
  • तैयार पाउडर को डिब्बे में बंद करके रखें।
  • अब रोजाना सुबह खाली पेट 1 गिलास पानी में 1 चम्मच जामुन के बीज का पाउडर मिलाकर पिएं।

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जामुन के बीज स्वास्थ्य के लिए कई फायदेमंद गुणों से भरपूर होते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-डायबिटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो खासकर मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। जामुन के बीज का पाउडर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाता है। इसके अलावा, ये पाचन में सुधार, लीवर को स्वस्थ रखने और पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने में सहायक होते हैं। जामुन के बीज के नियमित सेवन से इम्यूनिटी भी बढ़ती है, जिससे शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।

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