जैसे ही सर्दियां आती हैं, वैसे ही तापमान भी कम हो जाता है। तो ऐसे में ज़ाहिर सी बात है कि सर्दी-जुखाम, फ्लू और बुखार जैसी समस्याएं अपने आप ही शरीर को जकड़ लेती हैं। किसी भी बीमारी से बचने के लिए ज़रूरी होता है कि हम पहले से ही इनसे बचने के इंतजाम करने शुरु कर दें। इन स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए आयुर्वेद के पास समाधान है, जो न केवल आपकी मदद कर सकते हैं बल्कि इनसे मुकाबला करने के लिए आपको सक्षम भी बनाते हैं। (और पढ़ें – बुखार का घरेलू इलाज)
आयुर्वेद तीन दोषों के आधार पर हमारे शरीर को समझने में मदद करता है - वात, कफ और पित्त। यह हमें खाद्य पदार्थ, जड़ी बूटी और मसालों के भीतर की ऊर्जा को भी सिखाता है। (और पढ़ें – गर्म पानी पीने के फायदे) आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों के समय हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता और शक्ति उच्च होती है। इस समय पाचन शक्ति बहुत मजबूत होती है जिससे कि आपका शरीर अधिक मात्रा या भारीपन की परवाह किए बगैर किसी भी भोजन को पचाने में सक्षम होता है। हालांकि यह महत्वपूर्ण है कि सर्दियों को अधिक मनोरंजक बनाने के लिए आप कुछ सावधानी बरतें।