ह्यूस्टन विश्वविद्यालय द्वारा किए गए शोध के मुताबिक जो बच्चे पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं या जिनकी नींद बाधित होती रहती है, उनको बाद में डिप्रेशन और चिंता जैसे विकार होने की संभावना होती है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है क्योंकि आयुर्वेद इस तथ्य को सदियों पहले ही बता चुका है। बड़े जीवन शैली में बदलाव और कुछ टिप्स का पालन करके बेहतर नींद प्राप्त सकते हैं। लेकिन बच्चों के लिए सोने की आदतों और जीवन शैली को बदलना बहुत मुश्किल होता है। तो आइए जानते हैं आयुर्वेद के अनुसार बच्चो की नींद को सुधारने के लिए क्या किया जाना चाहिए -