कई बार बहुत ज्यादा खाना खाने की वजह से पेट खराब हो जाता है या फिर पेट फूलने की समस्या हो जाती है। इससे आप घंटों परेशान रहते हैं। तरह-तरह के उपाय आजमाते हैं। इसके बावजूद आराम नहीं मिलता। जबकि पेट फूलने की समस्या से बचने के लिए कई आसान योगासन मौजूद हैं। कुछ मिनटों के लिए किए गए ये योगासन आपको न सिर्फ इस समस्या से आराम दिलाते हैं बल्कि आपके पाचन तंत्र को बेहतर कर इस समस्या को जड़ से भी खत्म कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ योगासन के बारे में।
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शवासन है फायदेमंद
यह सबसे बेहतर आसनों में से एक है। इसे करना भी आसान है। शवासन करने के दौरान अपनी सांस की गति का पूरा ध्यान रखें। सांस इस तरह लें कि पेट फूले और सांस छोड़ने के बाद पेट पिचेक। पांच मिनट तक ऐसा ही करें। इससे आपके पेट फूलने की समस्या कम होगी और आपको आराम मिलेगा। यह आसन पांचन तंत्र और इसकी मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करता है। इससे पेट फूलने की समस्या कम हो जाती है।
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पवनमुक्तासन है उपयोगी
पेट संबंधी समस्या से मुक्ति के लिए पवनमुक्तासन बेहतरीन आसन है। इस आसन में घुटनों को छाती तक लाना होता है। इस आसन को नियमित करने से पांचन तंत्र संबंधी समस्या कम होती है। इस आसन को करने के दौरान गैस निकलती है जिससे पेट को आराम मिलता है। सभी आसनों की तरह इस आसन को करते हुए भी अपनी सांस लेने की गति की तरफ ध्यान रखें। आसन को करने से पहले गहरी सांस लें। इसके बाद घुटने को मोड़ते हुए धीरे-धीरे सांस छोड़ें।
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बालासन है लाभकारी
जिस तरह छोटे बच्चे अपने घुटने पर चलते हैं, इस आसन को करने पर आप इसी पोजीशन में होते हैं। यह आसन बिल्कुल वैसे ही किया जता है। बालासन आसन को करते हुए आपके पेट के निचले हिस्से में दबाव बनता है जिससे पेट फूलने की समस्या कम होती है। इस आसन को जितनी देर कर सकते हैं, उतनी देर करें। इसके अलावा इस आसन की मदद से दर्द, अवसाद और तनाव से भी राहत मिलती है।
गहरी सांस लें
गहरी सांस लेना बहुत सरल आसनों में से एक है। लेकिन यह महत्वपूर्ण आसनों की सूचि में सबसे ऊपर है। योगा के सभी आसन सांस लेने की क्रिया पर निर्भर करते हैं। गहरी सांस लेने से तनाव, अवसाद से छुटकारा मिलता है। कुछ शोधकर्ताओं का कहना है कि गहरी सांस लेने की क्रिया सीधे तौर पर आपकी पाचन क्रिया को प्रभावित करती है। इस क्रिया को कभी भी और कहीं भी किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि इस आसन को करने के लिए शांत जगह पर बैठें। इस क्रिया को करते हुए अपनी आंखों को बंद रखें, सांस की गति पर ध्यान दें और रीढ़ की हड्डी सीधी रखें। तभी आपको इस क्रिया का पूरा लाभ मिलेगा।
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अर्ध मत्स्येन्द्रासन है मददगार
यह आसन बैठे-बैठे किया जाता है। इस आसन में शरीर एक ओर मुड़ता है। मुड़ने के दौरान पेट की गैस निकलती है। इस तरह अर्ध मत्स्येन्द्रासन पेट फूलने की समस्या को कम करने में उपयोगी आसन है। इस आसन की मदद से कूल्हों और जोड़ों के दर्द में भी कमी आती है।
ज्यादा या तला-भुना खा लेने से पेट फूलने की समस्या होने लगती है। इससे छुटकारा पाने के लिए यहां दिए गए सभी आसनों की मदद लें।