आँखे अनमोल हैं, लेकिन बदलती जीवनशैली और बढ़ते प्रदूषण के चलते आजकल ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या काफी तेजी से बढ़ रही है। इसकी एक बड़ी वजह लगातार लोगों द्वारा मोबाइल और कंप्यूटर का अधिक इस्तेमाल करते रहना भी है। ऐसे में आंखों का पानी सूखने लगता है जिसकी वजह से आंखे ड्राई होने लगती हैं। यानी आँखों में आँसू बनने कम हो जाते हैं और आँखो को पर्याप्त मात्रा में नमी नहीं मिलती है। ड्राई आई सिंड्रोम के लक्षणों में शामिल हैं - आँखों में जलन होना, चुभन महसूस होना, सूखापन लगना, खुजली होना, भारीपन रहना, आँखों में लालिमा रहना आदि।

ड्राई आई सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति को आंखों में जलन व खुजली होने लगती है और हर समय आंखों को मलते रहने की जरूरत लगती है। वह अपनी पलको को बार बार और जोर से झपकाते हैं। कभी-कभी ये समस्‍या इतनी गंभीर हो जाती है कि आंखों की दृष्टि में कठिनाई हो सकती है। 

आइए जानें कैसे किया जा सकता है इस समस्या का हल -

  1. आंखों का सूखापन दूर करें भोजन से - Aankhon ka sukhapan dur karne ka tarika hai foods in Hindi
  2. ड्राई आईज सिंड्रोम का घरेलू उपाय है आई ड्रॉप - Dry eyes syndrome ka gharelu nuskha hai drops in Hindi
  3. आँखों में सूखापन का उपाय है ह्यूमिडीफायर - Aankhon me sukhapan ka nuskha hai humidifier in Hindi
  4. आँखों के सूखेपन का घरेलु नुस्खा है टीवी उपकरणों से दूरी - Aankhon ke sukhepan ka gharelu upay hai gadget se duri in Hindi
  5. ड्राई आईज सिंड्रोम से छुटकारा दिलाता है धूम्रपान से दूरी - Dry eyes se chutkara pane ka tarika hai smoking chodrna for in Hindi
  6. ड्राई आई सिंड्रोम को दूर करे गर्म सेक से - Dry eyes syndrome ko dur karta hai warm compresses in Hindi

अधिक ओमेगा -3 फैटी एसिड वाले भोजन का सेवन ड्राई आईज के लक्षणों को दूर कर सकता है। यह चर्बी वाले शरीर में सूजन को कम करने के लिए जाना जाता है। यह आँखो की सूजन को कम करता है। अधिक और उच्च गुणवत्ता वाले आँसुओ का उत्पादन करके यह सूखी आंखों से छुटकारें दिलाने में मदद कर सकता है।

आप ओमेगा -3 से भरपूर इस खाद्य पदार्थो का सेवन कर सकते हैं, जैसे - पिसी हुई अलसी और अलसी का तेल, ताड़ का तेल, सोयाबीन का तेल, वसायुक्त मछली, अखरोट, अंडे आदि। इसके अलावा यह तरल या गोली के पूरक के रूप में भी खरीदा जा सकता है। कुछ लोगों ने अपने आहार में ओमेगा -3 फैटी एसिड को मिलाने के बाद ड्राई आईज में राहत की रिपोर्ट दी है।

ड्राई आईज में राहत देने के लिए यहाँ बिना प्रिस्क्रिप्शन (Prescription) के बहुत सारें उत्पाद उपलब्ध है। आई ड्रॉप या कृत्रिम आँसू आपको अस्थायी राहत दिला सकते हैं। किंतु ध्यान रखें कि कुछ ड्रॉप्स प्रिज़र्वेटिव (Preservatives) भी होते हैं। यदि इन प्रिज़र्वेटिव ड्रॉप्स से आपकी आँखों में एलर्जी होती है तो इनका उपयोग बंद कर दें। यदि में आप दिन में चार से अधिक बार आई ड्रॉप डालते हैं तो आपको बिना प्रिस्क्रिप्शन वाली आई ड्रॉप्स का उपयोग करना चाहिए।

मलहम(लेप) बूंदों से अधिक गहरा होता है और यह सूखेपन से लंबी अवधि के लिए राहत प्रदान करता है। हालांकि, मलहम आपकी दृष्टि ख़राब कर सकता है अगर इसका अधिक प्रयोग किया जाएँ। यह सोने से पहले इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

सर्दियों में हीटिंग सिस्टम आपके घर में हवा और आपकी आँखो के सूखेपन का कारण बन सकता है। जब आप घर के अंदर काम कर रहे हों तो ह्यूमिडीफायर का इस्तेमाल करें ये आपकी आँखों को नमी देगा। अगर आपके पास एक ह्यूमिडीफायर नहीं है, तो हवा में नमी जोड़ने के लिए एक पानी का पैन अपने रेडिएटर में डाल सकते हैं। अपनी आंखों की रक्षा करने के लिए पंखे और हेयर ड्राइयर्स का उपयोग कम करें और जब भी आप बाहर निकलें तो चश्मे का प्रयोग करें।

लगातार पढ़ने, टीवी देखने और कंप्यूटर का उपयोग करना आपकी आँखो को शुष्क कर सकता है, तो इसके लिए अपनी आँखो को आराम देना महत्वपूर्ण होगा जिससे आप अपनी आँखें की नमी को कुछ हद तक हासिल कर सकते हैं। अपनी पलकों को लगातार झपकाते रहें जिससे आपकी आँखों में नमी बनी रहेगी। इसके अलावा अपनी हथेलियों को रगड़ कर गर्म करें और कुछ देर के लिए अपनी आँखों पर रखें, इससे आपको काफी राहत महसूस होगी, यह तरीका आप काम करते समय कई बार कर सकते हैं।

सिगरेट का धुआं सूखी आंखों में जलन और सूखी आंखों के विकास में खतरे को बढ़ा सकता है।

(और पढ़ें – सूखी आंखों का इलाज)

आपकी आँखो पर गर्म सेक करना कुछ हद तक आपकी पलकों की ग्रंथियों में से तेल को रिहा करने में मदद करता है और यह आपके आँसुओं की गुणवत्ता में भी सुधार करता है।

अगर इन उपायों से आपको राहत नहीं मिलती है या अगर आपको लगता है कि आपकी ड्राई आईज के कारण आपकी हालत अधिक गंभीर है, तब आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए। यहाँ कुछ लक्षण बताएँ गए हैं जो आपको संकेत देते हैं कि आपको अपने डॉक्टर को फोन कर लेना चाहिए, जैसे - लाली और सूजन, हल्के जलन के बाद दर्द, आँख की चोट, आंख से फ्लेकिंग या बहाव, जोड़ों का दर्द, सूजन और कठोरता, ड्राई माउथ आदि।

ड्राई आईज आमतौर पर अस्थायी समस्या होती है और ज्यादातर लोगों में उम्र बढ़ने का एक स्वाभाविक हिस्सा है। लेकिन कुछ मामलों में, हालत और अधिक गंभीर हो सकती है। राहत के लिए घर पर ही रहकर देखभाल की कोशिश करें और अपने डॉक्टर को दिखाएं यदि जरूरत हों।


ड्राई आईज के लिए आसान और अचूक घरेलू उपाय सम्बंधित चित्र

संदर्भ

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