हल्दी - 'द गोल्डन स्पाइस ऑफ इंडिया (The Golden Spice of India)' का इस्तेमाल भारतीय व्यंजनों में और आयुर्वेदिक दवाओं में हजारों वर्षों से होता आ रहा है। हल्दी में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं और दूध कैल्शियम का समृद्ध स्रोत है। आपके दैनिक आहार में इन दोनों प्राकृतिक अवयवों को शामिल करने से बीमारियों और संक्रमणों को रोका जा सकता है।
हल्दी दूध, जिसे गोल्डन दूध (golden milk) भी कहा जाता है। यह परंपरागत रूप से अनेक बीमारियों के साथ-साथ सामान्य स्वास्थ्य के इलाज के लिए भारतीय परिवारों में भी प्रयोग किया जाता है। यह पेय तैयार करना बेहद आसान और आकर्षक है, दूध में हल्दी होने के कारण यह हल्दी का चटपटापन कम कर देता है। हल्दी को आयुर्वेदिक दवा में 'प्राकृतिक एस्पिरिन' भी कहा जाता है। यह तो हम जानते ही हैं की दूध हमारी हड्डियों को मजबूत करता है। दूध के साथ मिलकर, यह एक शक्तिशाली मिश्रण बनाता है जिससे कई स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ प्राप्त होते हैं।
हल्दी दूध कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है क्योंकि इसमें सूजन को कम करने वाले और एंटी-ऑक्सीडेंट दोनों गुण होते हैं। यह सिरदर्द और घावों के कारण शरीर में हो रही सूजन या दर्द से राहत देने में मदद करता है। यह पुराना उपाय एक शक्तिशाली संयोजन है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आइए जानें हल्दी के दूध के फायदे के बारे में विस्तार से -