हल्दी - 'द गोल्डन स्पाइस ऑफ इंडिया (The Golden Spice of India)' का इस्तेमाल भारतीय व्यंजनों में और आयुर्वेदिक दवाओं में हजारों वर्षों से होता आ रहा है। हल्दी में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं और दूध कैल्शियम का समृद्ध स्रोत है। आपके दैनिक आहार में इन दोनों प्राकृतिक अवयवों को शामिल करने से बीमारियों और संक्रमणों को रोका जा सकता है।

हल्दी दूध, जिसे गोल्डन दूध (golden milk) भी कहा जाता है। यह परंपरागत रूप से अनेक बीमारियों के साथ-साथ सामान्य स्वास्थ्य के इलाज के लिए भारतीय परिवारों में भी प्रयोग किया जाता है। यह पेय तैयार करना बेहद आसान और आकर्षक है, दूध में हल्दी होने के कारण यह हल्दी का चटपटापन कम कर देता है। हल्दी को आयुर्वेदिक दवा में 'प्राकृतिक एस्पिरिन' भी कहा जाता है। यह तो हम जानते ही हैं की दूध हमारी हड्डियों को मजबूत करता है। दूध के साथ मिलकर, यह एक शक्तिशाली मिश्रण बनाता है जिससे कई स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ प्राप्त होते हैं।

हल्दी दूध कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है क्योंकि इसमें सूजन को कम करने वाले और एंटी-ऑक्सीडेंट दोनों गुण होते हैं। यह सिरदर्द और घावों के कारण शरीर में हो रही सूजन या दर्द से राहत देने में मदद करता है। यह पुराना उपाय एक शक्तिशाली संयोजन है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आइए जानें हल्दी के दूध के फायदे के बारे में विस्तार से -

  1. हल्दी दूध बनाने का तरीका - How to make turmeric milk in Hindi
  2. हल्दी दूध पीने के फायदे - Haldi milk benefits in Hindi
  3. हल्दी दूध के नुकसान - Haldi doodh side effects in Hindi
  4. हल्दी दूध की तासीर - Haldi doodh ki taseer in Hindi
  5. हल्दी दूध के अन्य फायदे - Other benefits of Haldi Milk in Hindi

हल्दी दूध बनाने के लिए किन चीजों की जरूरत होगी-

  • 1 इंच कच्ची हल्दी का टुकड़ा / 1 चम्मच हल्दी पाउडर
  • दूध का 1 गिलास
  • शहद

आपको क्या करना है-

  • पैन में एक इंच हल्दी के टुकड़े को डालें।
  • अब इसमें दूध को मिलाएं और लगभग 10 से 15 मिनट तक उबालें।
  • यदि आप चाहते हैं, तो आप इसमें शहद की आधी चम्मच भी मिला सकते हैं।
  • अब इसे छान लें और एक गिलास में डाल लें।
  • इस पेय को गरमा-गर्म ही पिएं।

हल्दी दूध के फायदे श्वसन प्रणाली से संबंधित बीमारियों में - Turmeric milk for respiratory problems in Hindi

हल्दी के दूध में शामिल जीवाणुरोधी और एंटीवायरल गुण किसी भी संक्रमण को खत्म करने में मदद कर सकते हैं। हल्दी दूध वायरल संक्रमण से भी लड़ता है। यह मिश्रण आपके शरीर के ताप को बढ़ाता है और फेफड़ों में कंजैशन और साइनस से जल्दी राहत प्रदान करता है, इसलिए यह श्वसन प्रणाली से संबंधित बीमारियों के उपचार में उपयोगी है। हल्दी दूध अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के इलाज के लिए भी एक अच्छा उपाय है। इसका सेवन करने से गले में हो रहे दर्द से राहत मिल सकती है, और यह आपकी श्वसन प्रणाली से अतिरिक्त बलगम को भी दूर करने में मदद करता है।

हल्दी दूध के लाभ हैं सर्दी खांसी में - Haldi milk for cold and cough in Hindi

हल्दी में एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो कई प्रकार के संक्रमणों से लड़ने में मदद कर सकते हैं।  हल्दी एंटीसेप्टिक और सूजन को कम करने वाले गुणों से समृद्ध है जो संक्रमण के साथ-साथ खाँसी या ठंड के लक्षणों से भी लड़ने में मदद करते हैं। सोने से पहले एक गिलास हल्दी दूध को हल्का गर्म करें और इसे पिएं। यदि आप इसमें अदरक और शहद मिलाएगें तो यह शरीर पर अपना असर ज्यादा अच्छे से करेगा, इससे गले की सूजन कम होगी है। हल्दी दूध सूखी खांसी और अस्थमा के खिलाफ विशेष रूप से प्रभावी है।

(और पढ़ें - खांसी के लक्षण)

हल्दी वाले दूध के फायदे रक्त परिसंचरण में लाते हैं सुधार - Turmeric milk for detox in Hindi

यह शक्तिशाली मिश्रण सदियों से आयुर्वेदिक दवाओं में एक रक्त शोधक के रूप में इस्तेमाल होता आ रहा है। रक्त में मौजूद अशुद्धियों की वजह से आपको कई समस्याएं हो सकती हैं लेकिन हल्दी वाला दूध पीना इन समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है। यह शरीर के हानिकारक रसायनों और विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करता है जो नियमित रूप से हमारे शरीर द्वारा उपभोग या अवशोषित किये जाते हैं। यह रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और आपके लिवर द्वारा आपके पूरे शरीर को डिटॉक्सिफाय करने में भी मदद करता है। जब हल्दी और दूध को साथ मिलाया जाता है, तब यह जिगर के कार्यों को बेहतर बनाता है और साथ ही रक्त को शुद्ध करता है। इस प्रकार यह जिगर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और शरीर की डिटॉक्सिफाय क्षमताओं को अधिकतम करने में मदद करता है।

हल्दी वाले दूध के औषधीय गुण गठिया से संबंधित समस्याओं में - Turmeric milk for arthritis problems in Hindi

हल्दी में सूजन को कम करने वाले गुणों के साथ गठिया और जलन को शांत करने की क्षमता है। यह पेय आपकी हड्डियों और जोड़ों को मजबूत करता है, साथ ही लचीलेपन में सुधार लाता है। हल्दी का आंतरिक रूप से सेवन करना भी दर्द को कम कर सकता है। किसी दवा का सेवन करने से बेहतर है कि आप गठिया दर्द के लिए हल्दी वाला दूध पिएं। यह दर्द से बेहतर राहत देने का काम करता है। हल्दी वाले दूध में एंटीऑक्सिडेंट उपास्थि होते हैं जो जोड़ों के दर्द को ठीक करने में मदद करतइ हैं। इसी तरह, यह रूमेटाइड गठिया (Rheumatoid arthritis) के लक्षणों के इलाज में भी मदद करता है।

(और पढ़ें- गठिया को दूर करने की कुछ जूस रेसिपी)

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हल्दी का दूध के फायदे कैंसर को रोकने में - Turmeric milk for cancer in Hindi

हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन (curcumin) कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने में और इन्हे शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोकता है। यह स्तन, प्रोस्टेट, त्वचा, कोलन और फेफड़ों के कैंसर के लिए प्रभावी माना जाता है और क्योंकि इसमें सूजन को कम करने वाले गुण हैं, यह डीएनए को नुकसान पहुंचाने वाली कैंसर कोशिकाओं को रोकता है और कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम कर देता है। नियमित रूप से हल्दी वाला दूध पीना कैंसर के विकास को रोकने में मदद करता है और शुरुआती चरणों में उसकी प्रगति को रोक सकता है।

(और पढ़ें – कैंसर के कारण)

हल्दी का दूध बेनिफिट्स प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बढ़ाने में - Haldi wala doodh for better immunity in Hindi

इस मसाले के एंटीवायरल गुण आपकी प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बढ़ावा देते हैं और वायरस के बढ़ने को रोकते हैं, ताकि आप हेपेटाइटिस जैसे संक्रमणों से बचे रहें। शोध से यह भी पता चलता है कि हल्दी अल्जाइमर रोग की प्रगति को धीमा कर देती है और यहां तक ​​कि कैंसर होने का खतरा भी कम करती है। हल्दी दूध कई बीमारियों के खिलाफ आपकी प्रतिरक्षा में सुधार करने के लिए एक लाजवाब टॉनिक है। इसके एंटीवायरल प्रभाव के कारण, यह विशेष रूप से सर्दी और फ्लू के मौसम में उपयोग होता है। यदि आपके शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है जिसकी वजह से आपको कोई भी संक्रमण आसानी से हो जाता है, तो सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले हल्दी दूध का एक कप पिने की आदत बनाएं।

 

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हल्दी वाले दूध के लाभ बेहतर नींद पाने में - Benefits of turmeric milk at night in Hindi

हल्दी के गर्म दूध को सोने से एक घंटे पहले पीने से ज्यादा बेहतर नींद आती है। दूध में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन है, जो मस्तिष्क रसायन हैं जो आपकी नींद चक्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हल्दी तनाव कम कर देती है और आपके शरीर को आराम देती है।

हल्दी दूध है उपयोगी मासिक धर्म में - Turmeric milk for period pain in Hindi

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) में एंटी-ऑक्सीडेंट और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं। हर दिन  एक गिलास हल्दी वाला दूध पीने से मासिक धर्म की पीड़ा और ऐंठन से राहत मिलती है। पशु अध्ययन से पता चला है कि कर्क्यूमिन एक प्राकृतिक दर्दनाशक के रूप में कार्य करता है और दर्द निवारक दवा, डिक्लोफेनाक (diclofenac) के साथ संयोजन में भी काम करता है।

(और पढ़ें- मासिक धर्म के समय पेट दर्द और कमर दर्द)

हल्दी वाले दूध के गुण युवा त्वचा के लिए - Haldi milk benefits for skin in Hindi

हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों से भी लड़ते हैं जो न केवल बीमारी का कारण होते हैं बल्कि उम्र बढ़ने का भी कारण होते हैं। इससे आपकी त्वचा युवा और स्वस्थ रहती है। त्वचा की अशुद्धियाँ हटाने के लिए हल्दी का उपयोग किया जाता है। यह त्वचा को कोमल बनाता है, समय से पहले उम्र बढ़ने के अन्य संकेतों को रोकता है और मुँहासे को भी कम करता है। हल्दी का आंतरिक रूप से उपयोग भी इन समस्याओं को दूर करता है। हल्दी दूध का नियमित रूप से सेवन एक्जिमा (eczema) पीड़ित लोगों को काफी राहत देता है।

(और पढ़ें- एक्जिमा के घरेलू उपाए)

हल्दी दूध के औषधीय गुण बेहतर पाचन में मददगार - Turmeric milk for better digestion in Hindi

हल्दी बहुत सी पाचन तंत्र की समस्याओं को ठीक करने में मदद करती है। यही कारण है कि इसे एक महत्वपूर्ण मसाले के रूप में हर घर में उपयोग किया जाता है। यह एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक हैं जो आंत्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और पेट के अल्सर और कोलाइटिस को ठीक करता है। यह बेहतर पाचन में मदद करती है और अल्सर, दस्तअपच आदि को रोकती है। हल्दी पित्त के प्रवाह को बढ़ाती है, जो वसा पाचन में मदद करता है। भूख और अपचन का इलाज हल्दी वाला दूध पिने से किया जा सकता है।

(और पढ़ें –  दस्त का घरेलू उपचार)

हल्दी दूध है वजन कम करने की दवा - Haldi doodh for weight loss in Hindi

यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो बस अपने हल्दी दूध में शहद का एक चम्मच जोड़ लें। हल्दी में उपस्थित यौगिक आपके शरीर में वसा को नष्ट कर आपको वजन कम करने में मदद करते हैं। हल्दी वसा को तोड़ती है और इसे बहार निकाल देती है, जिससे शरीर में पित्त का उत्पादन बढ़ता है। इसे पीना अधिक ऊर्जा प्रदान कर सकता है जो आपको भूख और भारी भोजन खाने से से दूर रखेगा।

(और पढ़ें - वजन कम करने के तरीके)

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हल्दी दूध के नुकसान निम्म हैं -

  • हल्दी दूध पीने से पहले देख लें कि आपको इससे कोई एलर्जी तो नहीं है। जिन्हें एलर्जी होती है, वह आम तौर पर गर्दन या चेहरे पर हल्के खुजली वाले चकत्तों का अनुभव करते हैं। (और पढ़ें - खुजली दूर करने के घरेलू उपाय)
  • इस सुनहरे पेय को बहुत ज़्यादा लेने से बचें। ज्यादा लेने से मासिक धर्म में गड़बड़ी, अपच, दस्त, मतली, जिगर की परेशानी, आंतरिक रक्तस्राव, अति सक्रिय पित्ताशय का संकुचन, निम्न रक्तचाप, आदि हो सकता है।
  • गर्भवती महिलाओं को हल्दी का दूध ड्यूरिंग प्रेगनेंसी बहुत ज्यादा लेने से बचना चाहिए क्योंकि यह गर्भाशय में संकुचन (uterine contraction) पैदा कर सकती है । (और पढ़ें - पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करे और test tube baby in hindi)
  • हल्दी कुछ दवाओं के साथ हस्तक्षेप कर सकती है जैसे एस्पिरिन लेने वालों को इसे पूरी तरह से लेने से बचना चाहिए। हल्दी दूध शुरू करने से पहले आप अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें।
  • हर दिन एक गिलास हल्दी का दूध, विशेषकर रात के समय सोने से पहले पीना सेहत के लिए काफ़ी अच्छा है। सर्दियों में पीना ज़्यादा लाभदायक है, गर्मियों में हल्दी की तासीर गर्म होने के कारण इसे पीने से शरीर में गर्माहट पैदा होगी जिससे आप काफ़ी असहज महसूस कर सकते हैं।

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हल्दी दूध की तासीर गर्म होती है। हल्दी दूध शरीर को गर्मी देता है पर इसका अधिक इस्तेमाल शरीर को नुक्सान भी पहुंचा सकता है। इसलिए इसका उपयोग नियमित रूप से करें।

  • आयुर्वेदिक परंपरा में हल्दी दूध को एक बेहतरीन रक्त शोधक माना जाता है। यह शरीर में रक्त परिसंचरण को भी बढ़ावा देता है।
  • हल्दी दूध एक एंटीस्पाज्मोडिक (antispasmodic) है, जो मासिक धर्म ऐंठन और दर्द को कम करता है।
  • एक्जिमा के इलाज के लिए रोजाना हल्दी दूध का एक गिलास पीएं।
  • गर्म हल्दी वाला दूध एक एमिनो एसिड (amino acid), ट्रायप्टोफान (tryptophan) पैदा करता है, जो एक शांतिपूर्ण और आनंददायक नींद लाने में मदद करते हैं।
  • हल्दी दूध सिरदर्द का इलाज करता है।
  • हल्दी दूध महिलाओं में प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है। इसका सेवन विशेष रूप से उन महिलाओं को करने की सलाह दी जाती है जो हार्मोनल असंतुलन के कारण गर्भ धारण नहीं कर सकती हैं।
  • उन सभी के लिए अच्छी खबर है जिनके पास अल्जाइमर है! रोजाना एक गिलास हल्दी दूध को पिने से अल्जाइमर की प्रगति धीमा हो सकती है और आपकी स्थिति में सुधार आ सकता है।
  • हल्दी में एंटीसेप्टिक (antiseptic), सूजन कम करने वाले (anti-inflammatory), एंटी-माइक्रोबियल (anti-microbial), और एंटी-एलर्जिक (anti-allergic ) गुण होते हैं जो कई तरह के घावों को ठीक करने में मदद करते हैं।
  • हल्दी वाला दूध पिने से मधुमेह नियंत्रित रहता है।

हल्दी दूध के कई लाभ, इसके सेवन से स्वस्थ रहेंगे आप सम्बंधित चित्र

संदर्भ

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