गोटू कोला एक प्राचीन भारतीय जड़ी बूटी है, जो खाने और चिकित्सीय प्रयोजनों के लिए उपयोग की जाती है। इसे संस्कृत में मण्डूकपर्णी कहा जाता है। इसका वानस्पतिक नाम सेंटेला असिएटिका (Centella Asiatica) है।
आयुर्वेदिक जड़ी बूटी ब्राह्मी को सामान्यतः गोटू कोला कहा जाता है। इन दोनों जड़ी-बूटियों के फ़ायदे अधिकतर एक समान ही हैं। दिमाग़ पर इनके प्रभाव के कारण दोनों आयुर्वेद में व्यापक रूप से उपयोग की जाता है। लेकिन दोनों ब्राह्मी और गोटू कोला उनके गुण, फार्माकोलॉजी और फोटोकैमिस्ट्री में अलग हैं, और उन्हें प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में अलग-अलग जड़ी-बूटियों के रूप में माना जाता है।