विश्व भर में कई लोगों अपने दिन की शुरुआत एक कप कॉफी से करते हैं, यह एक बेहतर और सुरक्षित एनर्जी ड्रिंक मानी जाती है। भारत में भी लगभग हर घर में एक न एक व्यक्ति, कॉफी जरूर पीता है। अगर आप भी उन्हीं में से हैं, तो ये खबर आपके लिए कॉफी पीने की एक और वजह बन सकती है। क्योंकि हाल ही में कॉफी पर किए गए अध्ययन के मुताबिक, कॉफी पीने वाले लोगों में लिवर कैंसर का खतरा बेहद कम होता है।
यह रिसर्च नॉर्थेर्न आयरलैंड के क्वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट के शोधकर्ताओं द्वारा की गई, उन्होंने पाया कि कॉफी विश्वभर में सबसे अधिक सेवन किए जाने वाले पेय पदार्थों में से एक है। इस रिसर्च में यह भी पाया गया कि कॉफी पीने के स्वास्थ्य संबंधी कई लाभ होते हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक पाई जाती है।
यूके (यूनाइटेड किंगडम) बायो बैंक ने 7.5 साल तक यूके के लोगों पर रिसर्च की, जिसमें उन्होंने पाया की 4,71,779 प्रतिभागियों में से 3567 लोग पाचन प्रणाली से सबंधित कैंसर से ग्रस्त हैं। इसमें 88 मामले हेपाटोसेलुलर कार्सिनोमा (एचसीसी) के पाए गए, जो कि लिवर में होने वाला सबसे सामान्य कैंसर होता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि कॉफी न पीने वाले लोगों के मुकाबले हेपाटोसेलुलर कार्सिनोमा के मामले कॉफी पीने वाले लोगो में बेहद कम पाए गए।
इस शोध के मुख्य ऑथर किम टू ट्रेन ने कहा कि जो लोग अपनी कॉफी पीने की आदत का आनंद उठाते हैं, वह अपनी इस आदत को जारी रख सकते हैं, क्योंकि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट्स और कैफीन जो कैंसर के खिलाफ बचा सकते हैं।
हालांकि, शोधकर्ताओं ने आंतों में कैंसर, डाइजेस्टिव कैंसर और आमाशय के कैंसर (पेट के कैंसर) पर भी शोध किया, लेकिन इन पर कॉफी का कोई प्रभाव नहीं पाया गया।
शोध की को-ऑथर डॉक्टर उना मैकमेनामिन, ने कहा कि यह पहला ऐसा शोध है, जिसमें डायजेस्टिव कैंसर के खतरों का पता कई प्रकार की कॉफी से लगाया गया और हमने पाया कि कॉफी पीने वाले लोगों में एचसीसी का खतरा बेहद कम होता है। हमें अभी कई और ऐसे शोध की जरूरत है, जिससे इसके पीछे के बायोलॉजिकल कारण को सही ढंग से समझा जा सके।
कॉफी के अन्य फायदे
कॉफी में न तो कोई कार्बोहाइड्रेट होता है और न ही इसमें प्रोटीन व फैट मौजूद होते हैं। इसमें कई मैक्रोन्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं जो इसे हेल्दी बनाते हैं। हालांकि, कॉफी का हेल्दी होना इस बात पर अधिक निर्भर करता है, कि आप उसमें दूध, शक्कर या कोई अन्य पदार्थ तो नहीं मिला रहे हैं। शोध और विशेषज्ञों के अनुसार कॉफी का सबसे फायदेमंद रूप ब्लैक कॉफी होता है। अगर आप एस्प्रेसो कॉफी पीते हैं तो उसमें 0 ग्राम कार्ब्स होते हैं, जबकि रोजाना कैपेचिनो और कॉफी लाटे के सेवन से आप प्रति कप में 15 से 24 कार्ब्स लेते हैं। इसलिए थोड़ी सी समझ के साथ आप कॉफी का फायदा उठा सकते हैं और इसकी मदद से अपना वजन भी मैनेज कर सकते हैं।
इस बात से कोई इन्कार नहीं कर सकता कि वजन कम करने में कॉफी मदद करती है। कॉफी को लो-कार्ब या कीटो डाइट में इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, लो-कार्ब डाइट के दौरान कैफीन का अधिक सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि इससे खून में शुगर की मात्रा कम हो जाती है, जिसके कारण मीठा खाने का मन करने लगता है।
दरअसल ब्लैक कॉफी हमारे शरीर में मौजूद ब्राउन फैट को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे हमारे शरीर में गर्माहट आती है और कैलोरी बर्न होने लगती हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम में मौजूद स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर माइकल सिमोंड्स भी इस बात की पुष्टि करते हैं। उनका कहना है कि ब्राउन फैट हमारे शरीर में अन्य फैट से अलग तरह काम करता है और यह शुगर व फैट को कम करके शरीर में गर्मी पैदा करता है।
100 मिलीलीटर ब्लैक कॉफी में मौजूद पोषक तत्व
- कैलोरी - 1-2
- प्रोटीन - 0 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट - 0 ग्राम
- फैट - 0 ग्राम
कॉफी के रोजाना सेवन से वजन कम करने के अलावा कई अन्य प्रकार की बीमारियों के लक्षण भी कम हो सकते हैं जैसे कि अल्जाइमर, टाइप 2 डायबिटीज, अवसाद (डिप्रेशन) और पार्किंंसंस रोग।