वजन कम करने के लिए कार्डियो या वेट ट्रेनिंग क्या अधिक करना चाहिए? यह सवाल सबके मन में घूमता रहता है। महिला हो या पुरुष, हर कोई प्रभावी तरीके से अपना वजन कम करना चाहता है।
मिनट प्रति मिनट, कार्डियो एक्सरसाइज निश्चित रूप से वेट ट्रेनिंग से अधिक कैलोरी बर्न करती है। हाल ही में ड्यूक यूनिवर्सिटी अध्ययन के मुताबिक एरोबिक व्यायामकर्ता कम समय में अपना वजन कम कर पाते हैं।
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लेकिन कार्डियो एक्सरसाइज आपकी सारी मांसपेशियों के लिए बहुत अच्छे से काम नहीं कर पाती है। पेन स्टेट अध्ययन के अनुसार कुछ डायटेटर ने कार्डियो या वेट ट्रेनिंग करते हुए 21 किलो वजन कम किया था। लेकिन कार्डियो एक्सरसाइज करने वालो ने उस 21 किलो वजन में से 6 किलो वजन अपनी मांसपेशियों से कम किया जो कि अच्छा नहीं माना जाता है. इसके विपरीत वेट लिफ्टर्स ने वेट लिफ्टिंग करके सारे प्योर फैट को कम किया जिससे उनका शरीर ज़्यादा टोन लगने लगा।
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वेट ट्रेनिंग अधिक मांसपेशियों का निर्माण करने का एक सबसे अच्छा तरीका है। हर तीन पौंड जो आप मसल्स गेन करते हैं, उसमें एक दिन में आप एक्सट्रा 120 कैलोरी जला सकते हैं, बिना मांसपेशियों को हिलाए क्योंकि जो मसल्स आपने पाई हैं वो पूरा दिन ऊर्जा ले रही हैं। वेट ट्रेनिंग ही एकमात्र व्यायाम है जो आराम के दौरान भी कैलोरी को बर्न करने की उच्चतम दर को बढ़ावा देता है।
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इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने रनिंग शूज का इस्तेमाल ना करें, खासकर अगर आप तनावग्रस्त होकर अधिक खाने की प्रवृत्ति रखते हैं। कार्डियो तनाव को ख़त्म करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। तो अब वजन कम करने के लिए सबसे अच्छा समाधान क्या है? एक ऐसा फिटनेस प्लान जिसमें कार्डियो और वेट ट्रेनिंग दोनों शामिल हैं।
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