भांग का तेल या भांग के बीज से बनने वाला तेल कैनबिस सैटिवा पौधे के बीजों से निकाला जाता है। यह तेल पॉलिअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर होता है और इसे हृदय की सेहत के साथ ही त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। भांग के तेल को इम्यून फंक्शन और मस्तिष्क की सेहत को बढ़ावा देने के लिए भी जाना जाता है।
कुछ लोग भांग के तेल को कैनबिडिऑयल (सीबीडी) के साथ कन्फ्यूज हो जाते हैं। हालांकि, ये दोनों ही तेल एक समान नहीं हैं। सीबीडी तेल को भांग के पौधे के फूल, तने और पत्तियों से निकाला जाता है, तो वहीं भांग के तेल को पौधे के बीजों से तैयार किया जाता है। इसके अलावा, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि सीबीडी ऑयल में भांग के तेल की तुलना में टीएचसी कॉन्टेंट अधिक होता है। हालांकि कनाडा में किए गए एक अध्ययन ने सुझाव दिया कि भांग के बीज के तेल में टीएचसी का उच्च स्तर हो सकता है। इसलिए, मौजूदा समय में यह दावा थोड़ा विवादास्पद लगता है।
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टीएचसी टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल, कैनबिस का मुख्य साइकोऐक्टिव पदार्थ है। हालांकि भांग में गांजे (मारिजुआना) की तुलना में टीएचसी की मात्रा कम होती है। भांग के तेल के फायदे, नुकसान और उसमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें।