दुनिया भर के तमाम देशों में रूइबोस टी को पसंदीदा पेय पदार्थों में से एक माना जाता है। वैसे तो दक्षिण अफ्रीका में सदियों से इस चाय का सेवन इसके बेमिसाल स्वाद और स्वास्थ्य संबंधी फायदों के लिए किया जाता रहा है, हालांकि इसके फायदों को देखते हुए अन्य देशों में भी इसका चलन तेजी से बढ़ा है। रूइबोस एक प्रकार की लाल हर्बल चाय है जो दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले 'अस्प्लाथस लिनारिस' के झाड़ीनुमा पौधे की किण्वित पत्तियों से प्राप्त की जाती है। बहुत से लोग रूइबोस टी का सेवन ग्रीन टी और ब्लैक टी के विकल्प के रूप में भी करते हैं। अपने विशेष प्रकार के फ्लेवर के लिए प्रसिद्ध रूइबोस टी, कई प्रकार से हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक बेहतरीन एंटीऑक्सिडेंट है जो कैंसर, हृदय रोग और स्ट्रोक से हमारी रक्षा कर सकता है।
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रूइबोस टी को रेड टी या रेड बुश टी के नाम से भी जाना जाता है। पारंपरिक रूप से रूइबोस की पत्तियों को लाल-भूरे रंग में बदलने तक किण्वित किया जाता है और उसके बाद रूईबोस चाय प्राप्त की जाती है। कुछ स्थानों पर बिना किण्वित किए गए ग्रीन रूइबोस का भी सेवन किया जाता है। यह सामान्य रूप से उपलब्ध रूइबोस टी की तुलना में अधिक महंगी होती है और इसमें एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा भी अधिक होती है।
अगर बात इसके सेवन के तरीकों के बारे में की जाए तो इसका सेवन आमतौर पर ब्लैक टी की तरह ही किया जाता है, हालांकि कुछ लोग दूध और चीनी मिलाकर भी इसका सेवन करते हैं। इस लेख में हम रूइबोस टी से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी फायदों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
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