दुनियाभर में बढ़ रही स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को देखते हुए आज के समय में ग्रीन टी का चलन तेजी से बढ़ा है। दुनिया के अलग-अलग देशों में ग्रीन टी भी कई तरह की पाई जाती है। ग्रीन टी का ऐसा ही एक रूप है माचा टी। कई तरह के पोषक तत्वों से परिपूर्ण माचा टी का जापान में सबसे ज्यादा सेवन किया जाता है। हालांकि, इससे होने वाले लाभ को देखते हुए अन्य देशों में भी इसकी मांग बढ़ी है।
ग्रीन टी की तरह ही माचा टी को भी 'कैमेलिया साइनेंसिस' नामक पौधे से प्राप्त किया जाता है। हालांकि, यह अलग तरह से उगाया जाता है। फसल के तैयार होने से 20-30 दिन पहले इसे धूप से बचाने के लिए पौधों को ढक दिया जाता है। इससे माचा के पौधे में क्लोरोफिल का उत्पादन बढ़ता है। यह शरीर में अमीनो एसिड को बढ़ाती है। फसल के तैयार होने के बाद इसकी पत्तियों को सुखाकर पाउडर बनाया जाता है, इसी पाउडर का माचा टी के रूप में सेवन किया जाता है।
माचा टी का सेवन कई प्रकार से स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। चूंकि, माचा टी में पत्तियों के संपूर्ण पोषक तत्व समाहित होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ग्रीन टी की तुलना में इसमें कैफीन और एंटीऑक्सिडेंट अधिक मात्रा में पाई जाती है।
इस लेख में हम आपको इस विशेष टी के सेवन और उससे होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे।