बचपन से, हम में से ज्यादातर को पर्सनल हाइजीन (personal hygiene) की आदतों के बारे में सिखाया गया है। अपने दांतों की सफाई से लेकर आपके स्नान लेने, खाने से पहले हाथों को धोना और साफ कपड़े पहनना आदि आदतें बहुत ही कम उम्र में सिखाई जाती हैं। और ये आदत जीवन का एक नियमित हिस्सा बन जाती हैं। लेकिन यह आदतें यहीं ख़त्म नहीं होती हैं।

वास्तव में, वयस्कों को स्वस्थ और रोग से मुक्त रहने के लिए स्वच्छता के प्रति अधिक जागरूक होने की ज़रूरत है। जब बात व्यक्तिगत स्वच्छता की होती है, हम में से कई कुछ सामान्य स्वच्छता को लेकर गलतियाँ कर रहे होते हैं और इसका हमें पता भी नहीं होता है। यहाँ कुछ उल्लेखनीय आदतें हैं जिनसे कुछ अच्छा होने की बजाए अधिक नुकसान हो सकता है।

आइए जानते हैं व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर कुछ गलतियाँ जिनको हमें रोकने की जरूरत है।

  1. खांसते समय मुंह कवर ना करना - Not Covering Mouth when Coughing in Hindi
  2. शौच के बाद हाथ ना धोना - Not Washing your Hands After the Toilet in Hindi
  3. टूथब्रश का ध्यान ना रखना - Not Taking Care of Your Toothbrush in Hindi
  4. कॉटन बड्स का अधिक उपयोग करना - Using Cotton Buds in Ears in Hindi
  5. वर्कआउट के बाद स्नान ना करना - Avoid Shower after Workout in Hindi
  6. जरूरत से ज्यादा स्नान और हाथ धोना - Excessive Bathing and Handwashing in Hindi
  7. अच्छे से घरेलू वस्तुओं की सफाई ना करना - Not Cleaning your Household Items in Hindi
  8. सैनिटरी नैपकिन को शौचालय में फ्लश करना - Improper Disposal of Feminine Products in Hindi
  9. मौखिक स्वच्छता के लिए फ्लॉसिंग ना करना - Not Flossing Your Teeth in Hindi
  10. त्वचा को अत्यधिक रगड़ना - Exfoliating Your Skin Everyday in Hindi

खाँसी या छिंको से हर जगह कीटाणुओं को फैलने से रोकने के लिए अपने मुंह को कवर करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। लेकिन अफसोस की बात है, अधिकतर लोग इस स्वच्छ आदत का पालन नहीं करते हैं।

अमेरिकन सोसायटी द्वारा एक 2010 के सर्वेक्षण के अनुसार लगभग हर चार लोगों में से एक को एक सार्वजनिक सेटिंग में अब्ज़र्व किया गया और पाया कि खांसते या छींकते समय वे अपने मुंह को कवर करने में विफल रहें। न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंगटन में ट्रेन स्टेशन, एक अस्पताल और एक शॉपिंग माल में सर्वेक्षण में किया गया और पाया कि सिर्फ़ 5 प्रतिशत लोग ही अपने मुंह को खांसते या छींकते समय कवर करते है।

खांसने या छींकने अपनी नाक और मुंह को कवर करना सिर्फ शिष्टाचार नहीं है बल्कि यह संक्रामक रोगों के प्रकोप को रोकने के लिए भी महत्वपूर्ण है। जब भी आप बीमार हों तब घर पर रहना ही सबसे अच्छा होता है ताकि रोगाणु अन्य लोगों में ना फैलें। अगर आप बाहर जाने चाहते हैं तो एक रूमाल के साथ अपना मुँह को कवर करके ही जाएँ।

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रोग नियंत्रण और रोकथाम के लिए केंद्र के अनुसार खुद को या दूसरों को बीमार होने से बचाने के लिए हाथ धोना सबसे प्रभावी तरीको में से एक है। लेकिन कई लोग हाथ धोना भूल जाते हैं, विशेष रूप से टॉयलेट उपयोग करने के बाद। पर्यावरणीय स्वास्थ्य के जर्नल में प्रकाशित 2013 एक अध्ययन के अनुसार 3749 लोगों के ऊपर शौचालय पैटर्न का विश्लेषण किया और पाया कि 10 प्रतिशत लोगों ने हाथ नहीं धोएं, 33 प्रतिशत लोगों ने साबुन का उपयोग नहीं किया और लगभग हर किसी ने साबुन के साथ अच्छी तरह से हाथ नहीं धोएं।

जब भी आप घर पर या एक सार्वजनिक स्थान पर शौचालय का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको साबुन और पानी से अच्छी तरह से अपने हाथ धोने चाहिए।

एक नम टूथब्रश बैक्टीरिया पैदा करता है और जब आप इसे उपयोग करते हैं तब और अधिक बैक्टीरिया आपके मुंह में प्रवेश कर जाते हैं। इससे आपको मुँह में बदबू और मसूड़ों की बीमारी हो सकती है। अपने टूथब्रश धोने के बाद, अतिरिक्त पानी को सूखा कर ब्रश एक ब्रश होल्डर में रखें जिससे हवा क्रॉस होती हों। समय-समय पर, कुछ मिनट के लिए धूप में अपने टूथब्रश को बाहर सूखाएँ।

इसी समय, शौचालय से छह फीट के भीतर अपने टूथब्रश को ना रखें। याद रखें अधिक बैक्टीरिया अपने टॉयलेट सीट की बजाएँ आपके टूथब्रश पर हो सकते हैं। हर तीन महीने में हमेशा अपने टूथब्रश को बदलें।

हमें बचपन से कान साफ करने के लिए कॉटन बड्स का उपयोग करना सिखाया गया है ताकि हमारे कान में मैल का निर्माण ना हों। खैर, अब यह पता चला है की यह मैल वास्तव में कान के लिए इतना भी बुरा नहीं है। आपके कान में मैल कान में संक्रमण और धूल के कणों को आने से रोकता है।

इसके अलावा, कॉटन बड्स का उपयोग हानिकारक हो सकता है। यह कान की गहराई में जाकर इयर ड्रम को नुकसान पहुँचा सकती है। अगर आपके कान में अत्यधिक मैल हो गया है तो यह चिकित्सक द्वारा हटवा लें।

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फिट रहने और सही आकार में आने के लिए व्यायाम एक शानदार तरीका है। अगर आप घर पर या जिम में अभ्यास के लिए जाते हैं, तो आपको कुछ अच्छी आदतों का अनुसरण करना चाहिए। अगर आप एक कठिन कसरत के बाद एक स्नान नहीं ले रहे हैं, तो आप एक बड़ी गलती कर रहे हैं।

यहाँ कसरत के बाद स्नान के कई फायदे हैं। सबसे पहले यह पसीने की गंध से छुटकारा पाने के लिए सबसे अच्छा है। पसीना आपकी त्वचा पर बैक्टीरिया छोड़ देता है जो आपकी त्वचा पर चकत्ते और ब्रैकाउट को जन्म दें सकता है। साथ ही, वर्क आउट के बाद गुनगुने पानी से स्नान पूरे शरीर में रक्त के प्रवाह को प्रोत्साहित करता है जिससे आपकी त्वचा चिकनी और चमकदार हो जाती है और मांसपेशियों का दर्द समाप्त हो जाता है।

स्नान हों या हाथों को धोना अगर जरूरत से ज्यादा किया जाएं तो फायदा देने की बजाए अधिक नुकसान कर सकता है।

दैनिक रूप से स्नान या शॉवर लेना आपके शरीर से गंदगी, बैक्टीरिया और पसीने को दूर करने के लिए अच्छा है। लेकिन अत्यधिक स्नान या शॉवर लेना त्वचा में जलन और संक्रमण कर सकता है। इसी तरह, अत्यधिक हाथ धोने से हाथ की त्वचा सूखी और फट जाती है जिससे जीवाणु शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और संक्रमण पैदा कर सकते हैं।

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने घर को कितना साफ सुथरा रखते हैं, यदि आप सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाली घरेलू वस्तुओं जैसे रिमोट कंट्रोल्स, कीबोर्ड, स्मार्टफोन, लैपटॉप और शॉवरहेड्स आदि की सफाई नहीं करते हैं तो आप अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं। यूनाइटेड किंगडम में सरे विश्वविद्यालय में एक 2013 परियोजना ने बताया है कि मोबाइल फोन कीटाणुओं के लिए एक प्रजनन स्थल है।

बैक्टीरिया और अन्य कीटाणुओं से छुटकारा पाने के लिए इन आम घरेलू वस्तुओं की सफाई करना सुनिश्चित करें। इससे आप अपनी और अपने परिवार के सदस्यों की संक्रमण के खिलाफ रक्षा करने में मदद कर सकते है। इसके अलावा, कभी भी बाथरूम में अपने साथ अपने गैजेट लेकर ना जाएँ। हमेशा अपने उपकरणों को संभालने से पहले साबुन और पानी से अपने हाथो को अच्छी तरह से धोलें।

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व्यस्कों को पता होना चाहिए कि शौचालय में सब कुछ फ्लश नहीं किया जा सकता है। यहीं बात सैनिटरी नैपकिन और टैम्पोन के साथ भी है। लेकिन यह एक और स्वच्छता को लेकर गलती है जो कि कई महिलाओं के द्वारा की जाती है। अपने टैम्पोन और सैनिटरी नैपकिन को कभी भी शौचालय में फ्लश ना करें इससे पूरी तरह से जल निकासी व्यवस्था रुक सकती है।

अपने इस्तेमाल किए गये और गंदे पैड को ऐसे ही कचरे में फेकना भी बहुत स्वच्छ नहीं है। इससे कई प्रकार के बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं, जो मनुष्य और पालतू जानवरों को संक्रमित कर सकते हैं। कचरे में डालने से पहले पैड को किसी अखबार में लपेटें और तब कचरे में फेंके। यह भी सुनिश्चित करें कि यह कचरा दैनिक आधार पर खाली कर दिया जाता हों।

फ्लॉसिंग एक कष्टप्रद नौकरी की तरह लगता है, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण कदम है आपकी मौखिक स्वच्छता की ओर जो कि आपको नहीं छोड़ना चाहिए।

अगर आप दिन में एक बार फ़्लॉस नहीं करते हैं, तो यह आपके मुंह के अंदर जीवाणुओं पैदा कर सकता है और जो मसूड़ों में कई समस्याओं का कारण हो सकता है। यहां तक कि अगर आप अच्छी तरह से ब्रश और फ्लॉसिंग करते हैं तो आपको मसूड़ों की सूजन, साँसों में बदबू और मसूड़ों के नीचे बैक्टीरिया से छुटकारा मिलने में मदद मिल सकती है।

वास्तव में, दैनिक रूप से फ्लॉसिंग ना करके, आप हृदय रोग से पीड़ित होने का खतरा भी बढ़ाते हैं।

एक्स्फोलीएशन त्वचा की चमक बढ़ाने और त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने के लिए एक शानदार तरीका है। अगर आप यह अत्यधिक मात्रा में करते हैं तब आप अपनी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी गलती कर रहें हैं।

दैनिक रूप से एक्स्फोलीएशन से आपकी त्वचा से प्राकृतिक तेल कम होने लगता है जिससे त्वचा संवेदनशील, मुँहासे और त्वचा में जलन पैदा होने लगती है।

सामान्य या संयोजन त्वचा के लिए, सप्ताह में केवल दो या तीन बार और एक बार संवेदनशील त्वचा के लिए एक्स्फोलीएशन करें।

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