भैंस की आंख में कीचड़ आना एक संक्रामक रोग है, जो आस-पास रहने वाले पशुओं में तेजी से फैल सकता है। यह वास्तव में एक बैक्टीरिया के कारण होने वाला इन्फेक्शन है, जो भैंस की आंख के अंदरुनी व बाहरी दोनों हिस्सों को प्रभावित करता है। भैंस की आंख से सफेद पानी आना, पूरा दिन आंख गीली रहना या भैंस द्वारा आंख खोल न पाना आदि इस रोग के कुछ सबसे आम संकेत होते हैं।
नियमित रूप से भैंस की आंख की सफाई करके यह रोग होने से बचाव किया जा सकता है। हालांकि, यदि भैंस को पहले ही यह रोग हो गया है, तो उसे अन्य जानवरों के संपर्क से दूर रखें, ताकि अन्य पशुओं को संक्रमित होने से बचाया जा सके। उसे अन्य पशुओं से तब तक दूर रखें, जब तक पशु चिकित्सक ऐसा करने को कहें।
जैसा कि यह बैक्टीरियल इन्फेक्शन है, इसके इलाज में विभिन्न प्रकार की एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। ये दवाएं मुख्य रूप से क्रीम, आईड्रॉप्स और खाने वाली गोलियों के रूप में आती हैं। कुछ गंभीर मामलों में आंख के अंदर इंजेक्शन से भी दवाई पहुंचाई जाती है।
यदि इस स्थिति की समय पर जांच करके उचित इलाज शुरू न किया जाए, तो यह आंख को स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त कर सकती है। ऐसे में भैंस को दिखाई देना पूरी तरह से बंद हो सकता है।