भैंस को भारत में दुग्ध उत्पादन के मामले में प्रथम स्थान प्राप्त है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत के लोग मानते है कि भैंस का दूध गाय की तुलना में अधिक स्वादिष्ट होता है और उसमें घी भी अधिक होता है। हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में लोग गाय की तुलना में भैंसों को अधिक पालते हैं। भैंस के दूध पर लगातार निर्भरता बढ़ने के साथ-साथ भैंसों में विभिन्न प्रकार के रोग होने का खतरा भी बढ़ गया है। भैंस के पेशाब में खून आना भी इनमें से एक है।
भैंस के पेशाब में खून आना कोई रोग नहीं है, बल्कि यह अन्य कई रोगों के कारण होने वाला एक लक्षण है। पशु चिकित्सकों के अनुसार यह आमतौर पर भैंस को गुर्दे संबंधी समस्याओं के कारण ज्यादातर मामलों में पेशाब में खून आने जैसी समस्याएं होती हैं। इसके अलावा अपच व पेट संबंधी अन्य समस्याएं भी पेशाब में खून आने का कारण बन सकती हैं।
भैंस के पेशाब से खून आने का इलाज स्थिति के अंदरूनी कारणों के अनुसार किया जाता है। उदाहरण के तौर पर यदि किडनी में परजीवी संक्रमण के कारण पेशाब में खून आने लगा है, तो एंटी पैरासाइटिक दवाओं से स्थिति का इलाज किया जाता है।
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