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Troycurium डॉक्टर द्वारा लिखी जाने वाली दवा है, जो इंजेक्शन के रूप में उपलब्ध है। एनेस्थीसिया के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल की जाती है। Troycurium का उपयोग कुछ अन्य स्थितियों के लिए भी किया जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
मरीज की उम्र, लिंग व स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी के आधार पर ही Troycurium की खुराक निर्धारित की जाती है। इसकी खुराक मरीज की समस्या और दवा देने के तरीके पर भी आधारित की जाती है। इस बारे में और अधिक जानने के लिए खुराक वाले खंड में पढ़ें।
कुछ मामलों में Troycurium के कुछ अन्य साइड इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं, जो नीचे दिए गए हैं। Troycurium के दुष्प्रभाव जल्दी ही खत्म हो जाते हैं और इलाज के बाद जारी नहीं रहते। अपने डॉक्टर से संपर्क करें अगर ये साइड इफेक्ट और ज्यादा बदतर हो जाते हैं या फिर लंबे समय तक रहते हैं।
इसके अलावा Troycurium का प्रभाव प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सुरक्षित है और जो महिलाएं बच्चों को दूध पिलाती हैं, उन पर इसका प्रभाव हल्का है। इसके अतिरिक्त Troycurium का लिवर, हृदय और किडनी पर क्या असर होता है इस बारे में नीचे Troycurium से जुड़ी चेतावनी के सेक्शन में चर्चा की गई है।
यदि किसी व्यक्ति को सीओपीडी, मायस्थीनिया ग्रेविस, जलना जैसी कोई समस्या है, तो उसे Troycurium दवा नहीं लेनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इनके आलावा, अगर नीचे दिए गए सेक्शन में मौजूद समस्याओं में से कोई भी समस्या आपको है, तो आप Troycurium को न लें।
Troycurium को कुछ दवाओं के साथ लेने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसी दवाओं की पूरी सूची आगे इस लेख में दी गयी है।
उपरोक्त सभी जानकारीयों के साथ-साथ यह भी ध्यान रखें कि ड्राइविंग करते समय Troycurium दवा लेना असुरक्षित है। यह भी ध्यान रखें कि इस दवा की लत नहीं लग सकती है।
Troycurium इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Troycurium की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Troycurium की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
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बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
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शिशु(1 महीने से 2 वर्ष) |
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क्या Troycurium का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
प्रेग्नेंट महिला Troycurium को बिना किसी घबराहट के खा सकती हैं।
क्या Troycurium का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
बच्चों को अपना दूध पिलाने वाली स्त्रियों पर Troycurium का जो भी बुरा प्रभाव होता है, वो शरीर पर बहुत कम होता है।
Troycurium का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Troycurium के इस्तेमाल से किडनी को किसी प्रकार से हानि नहीं होती है।
Troycurium का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Troycurium का सेवन आप बिना डॉक्टर कि सलाह के भी कर सकते हैं और ये दवा आपके लीवर की सेहत को हानि नहीं पहुंचाएगी।
क्या ह्रदय पर Troycurium का प्रभाव पड़ता है?
हृदय पर Troycurium का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
Troycurium को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
मध्यम
हल्का
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Troycurium को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Troycurium ले सकते हैं -
क्या Troycurium आदत या लत बन सकती है?
नहीं, लेकिन फिर भी आप Troycurium को लेने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछें।
क्या Troycurium को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
Troycurium को खाने के बाद आपको वाहन चलाने व किसी मशीन पर काम नहीं करना चाहिए, यह खतरनाक हो सकता है।
क्या Troycurium को लेना सुरखित है?
हां, डॉक्टरी सलाह के बाद।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Troycurium इस्तेमाल की जा सकती है?
मस्तिष्क विकारों में Troycurium काम नहीं कर पाती है।
क्या Troycurium को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
आप खाने के साथ भी Troycurium को ले सकते हैं।
जब Troycurium ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
रिसर्च न होने के कारण Troycurium के नुकसान के विषय में पूर्ण जानकारी मौजूद नहीं है। अतः डॉक्टर की सलाह पर ही इसको लें।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
US Food and Drug Administration (FDA) [Internet]. Maryland. USA; Package leaflet information for the user; Atracurium Besylate
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 352-354